जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल 2025) को हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सुरक्षा मोर्चे पर बड़ा रुख अपनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपातकालीन बैठक कर पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने की प्रक्रिया को हरी झंडी दे दी।वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यों को निर्देश दिए किए है कि हर पाकिस्तानी की हो पहचान कर उनको वापस भेजा जाए।
गृह मंत्री अमित शाह ने देश के सभी मुख्यमंत्रियों से बात कर स्पष्ट आदेश दिए कि किसी भी हाल में पाकिस्तान से आए नागरिक देश में न रुकें। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की वीजा अवधि खत्म हो गई है, उन्हें तत्काल भारत से निकाला जाए। दरअसल, अमित शाह ने आज सभी मुख्यमंत्रियों से बात करके उन्हें कहा कि वो अपने-अपने राज्य में खोज-खोजकर सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत से वापस पाक भेजने का काम करें। गृहमंत्री ने अधिकारियों के साथ हुई लंबी बैठक के बाद ये निर्देश जारी किया।
मोदी सरकार का कड़ा संदेश
बता दें कि, मोदी सरकार आतंकी हमले के बाद से ताबड़तोड़ फैसले ले रही है। सिंधु जल संधि को स्थगित करना इसी का हिस्सा है। सरकार ने इस संधि को औपचारिक रूप से समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और पाकिस्तान को इसकी जानकारी भी दे दी गई है।
वहीं, भारत-पाक सीमा पर स्थित अटारी चेक पोस्ट को बंद करने का निर्णय लिया गया, जिससे सीमित आवागमन पर भी रोक लग जाएगी।
इनके अलावा, भारत ने पाकिस्तान स्थित अपना दूतावास बंद करने की घोषणा की है, जो राजनयिक संबंधों में बड़ा बदलाव है।
वहीं, भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी राजनयिकों को 48 घंटों के भीतर देश छोड़ने का निर्देश जारी किया गया है।
मोदी सरकार ने यह भी फैसला लिए है कि, अब पाकिस्तान के नागरिकों को भारत का वीजा नहीं मिलेगा। पहले से जारी वीजा रद्द कर दिए गए हैं और उन्हें 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है।
बता दें कि, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल 2025) को हुए हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी था, और 20 से अधिक लोग घायल हुए। इस हृदयविदारक घटना के बाद सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए सुरक्षा से जुड़ी शीर्ष समिति की बैठक आयोजित की।