क्यों हुई सिसोदिया की गिरफ्तारी, शराब घोटाले से जुड़े किन सवालों का जवाब नहीं दे सके डिप्टी सीएम
सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को सबूतों को नष्ट करने का भी आरोपी पाया है। इसमें उनकी मिलीभगत सामने आई है. मामले में उस ब्यूरोक्रैट का बयान बेहद अहम है, जिसने सीबीआई को दिए अपने बयान में कहा था कि एक्साइज पॉलिसी तैयार करने में सिसोदिया ने अहम भूमिका निभाई थी और जीओएम (Group of Ministers) के सामने आबकारी नीति रखने से पहले कुछ निर्देश भी दिए गए थे।
दिल्ली के डिप्टी सीएम को आखिर जेल क्यों जाना पड़ रहा है। इसकी वजह सामने आने लगी है। कथित शराब घोटाले को लेकर कहा जा रहा है कि सिसोदिया कई अहम सवालों के जवाब नहीं दे सके थे। सूत्रों का कहना है कि सीबीआई ने घोटाला मामले में पूछताछ के दौरान उनके खिलाफ कई सबूत रखे। इसमें कुछ दस्तावेज और डिजिटल एविडेंस थे। इन पर सिसोदिया कोई जवाब नहीं दे सके.।
इतना ही नहीं सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को सबूतों को नष्ट करने का भी आरोपी पाया है। इसमें उनकी मिलीभगत सामने आई है. मामले में उस ब्यूरोक्रैट का बयान बेहद अहम है, जिसने सीबीआई को दिए अपने बयान में कहा था कि एक्साइज पॉलिसी तैयार करने में सिसोदिया ने अहम भूमिका निभाई थी और जीओएम (Group of Ministers) के सामने आबकारी नीति रखने से पहले कुछ निर्देश भी दिए गए थे। शराब घोाले को लेकर सीबीआई ने मनीष सिसोदिया से 8 घंटे तक पूछताछ की लेकिन सिसोदिया के जवाब से सीबीआई संतुष्ट नहीं हुई। जिसके बाद आखिरकार उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि सीबीआई ने सिसोदिया से कुछ ऐसे सवालों के जवाब मांगें जिनपर वो चुप रहे। मसलन- क्या आपने DANICS के अधिकारी सी अरविंद को कॉल कर सीएम केजरीवाल के यहां आने को कहा था? केजरीवाल के आवास पर आपने सी अरविंद को GoM रिपोर्ट का ड्राफ्ट सौंपा था?क्या GoM मीटिंग में प्राइवेट संस्थाओं को थोक व्यापार देने पर भी कोई चर्चा हुई थी? क्या इस मीटिंग में यह भी चर्चा हुई थी कि प्राइवेट संस्थाओं के लिए 12 फीसदी का मार्जिन तय कर दिया जाएगा? इस 12 फीसदी मार्जिन में कथित तौर पर 6 फीसदी कथित रिश्वत ली गई थी? अगर हां तो कुलमिलाकर रिश्वत के रूप में कितने पैसे आए?आपके बिजनेसमैन अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडे से क्या रिश्ते हैं?
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