इनपुट-अंशुमान दुबे, लखनऊ
लखनऊ को एक सुरक्षित, सुलभ और तकनीकी रूप से सशक्त शहर बनाने की दिशा में सेफ सिटी परियोजना पर कार्य निरंतर प्रगति पर है। इसी क्रम में आज मण्डलायुक्त डॉ0 रोशन जैकब की अध्यक्षता में स्मार्ट सिटी सभागार में सेफ सिटी से जुड़ी महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में स्मार्ट सिटी परियोजना, नगर निगम और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मण्डलायुक्त ने कहा कि महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों एवं दिव्यांगजनों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए तकनीकी नवाचारों का समुचित उपयोग किया जाना चाहिए। मण्डलायुक्त ने सभी अधिकारियों को यह स्पष्ट निर्देश दिए कि जनमानस को सुरक्षा का एहसास कराना हमारा नैतिक और प्रशासनिक कर्तव्य है। सेफ सिटी परियोजना केवल एक तकनीकी पहल नहीं, बल्कि एक सामाजिक उत्तरदायित्व भी है।
विगत बैठक में दिए गए निर्देशों के क्रम में मण्डलायुक्त ने पाया कि अस्पतालों, पेट्रोल पंपों, होटलों, पार्कों और सार्वजनिक पार्किंग स्थलों पर लगे 2000 कैमरों को सेफ सिटी योजना से जोड़ दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि कमांड एवं कंट्रोल सेंटर शहर की निगरानी का मुख्य केंद्र है और इसका संचालन 24x7 निर्बाध रूप से होना चाहिए। बैठक के दौरान उन्होंने व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम, नेटवर्क कनेक्टिविटी, पोल फाउंडेशन और पावर सप्लाई की समीक्षा की और यह सुनिश्चित करने को कहा कि हर उपकरण पूरी क्षमता और निरंतरता से कार्यरत रहे।
बैठक में अपर नगर आयुक्त, स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारी एवं अन्य विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।बैठक के उपरांत महिला सुरक्षा के प्रति मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप प्रतिबद्धता को और सशक्त करते हुए मण्डलायुक्त डॉ0 रोशन जैकब ने आज स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत स्थापित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम (वार रूम) का औचक निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहरभर में 1061 उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जा चुके हैं, जो महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभिन्न संवेदनशील स्थलों पर तैनात किए गए हैं। साथ ही, बसों में पैनिक बटन सिस्टम, पिंक स्कूटी, एवं अन्य सुरक्षा साधन अब 112 आपातकालीन सेवा से सीधे जुड़े हुए हैं, जिससे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता सुनिश्चित की जा सके।
निरीक्षण के अंत में मण्डलायुक्त ने अधिकारियों से यह भी जानकारी प्राप्त की कि आज की तिथि में कुल कितनी शिकायतें प्राप्त हुई हैं और उनमें से कितनों का निस्तारण किया जा चुका है। उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर बनाई गई यह प्रणाली तकनीकी और प्रशासनिक रूप से मजबूत है तथा इसमें लगातार सुधार और निगरानी की आवश्यकता बनी रहेगी।