बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भी पूरी तरह से चुनावी मोड में नजर आ रही है। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार के दौरे पर हैं। दौरे के दूसरे दिन 30 मार्च, रविवार को वे पटना के बापू सभागार में आयोजित राज्य सहकारिता सम्मेलन में शिरकत करेंगे।
इस कार्यक्रम में शाह 823 करोड़ रुपये की विभिन्न सहकारिता परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। साथ ही 100 सहकारी समितियों को माइक्रो एटीएम भी वितरित किए जाएंगे। इस आयोजन में 7000 सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों की भागीदारी होगी।
बड़े नेताओं की मौजूदगी
राज्य सहकारिता सम्मेलन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय समेत बिहार सरकार के अन्य मंत्री भी उपस्थित रहेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान अमित शाह सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे और केंद्र सरकार की सहकारिता नीतियों पर चर्चा करेंगे।
गोपालगंज में विशाल रैली को करेंगे संबोधित
सहकारिता सम्मेलन के बाद अमित शाह गोपालगंज जिले में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। इस रैली की सफलता के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है। रैली को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, बिहार सरकार के मंत्री मंगल पांडेय, जीवेश मिश्रा, हरि साहनी, जनक राम और नीरज सिंह बबलू बीते दो दिनों से लगातार जनसंपर्क अभियान में जुटे हुए थे।
चुनावी बिगुल फूंकेंगे अमित शाह
इस रैली को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की औपचारिक शुरुआत माना जा रहा है। अमित शाह अपने संबोधन में केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखेंगे। साथ ही एनडीए की सरकार बनने पर भविष्य की योजनाओं का भी खाका पेश करेंगे। माना जा रहा है कि इस रैली के जरिए बिहार की राजनीति में एक नया संदेश दिया जाएगा।
पटना में NDA नेताओं संग अहम बैठक
गोपालगंज में जनसभा के बाद अमित शाह पटना लौटेंगे, जहां वे मुख्यमंत्री आवास में एनडीए के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में जदयू, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा जैसे एनडीए के सहयोगी दलों के नेता भी शामिल होंगे। बैठक में आगामी चुनाव की रणनीति और सीट बंटवारे को लेकर चर्चा होने की संभावना है।
बिहार में BJP की पूरी ताकत झोंकने की तैयारी
अमित शाह के इस दौरे को बिहार चुनाव के लिए बीजेपी की सक्रियता का बड़ा संकेत माना जा रहा है। बीजेपी अपने सहयोगी दलों के साथ तालमेल बैठाकर चुनाव प्रचार को धारदार बनाने की रणनीति बना रही है। शाह की रैली और एनडीए बैठक के बाद बिहार की राजनीति में नए समीकरण बनने की अटकलें भी तेज हो गई हैं।