मंगलवार रात्रि से क्षेत्र में हो रही तेज व भारी वर्षा के कारण यहाँ जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बुधवार कुंज्यानी तोक में बादल फटने के बाद उपर की पहाड़ी से आए मलबे के सैलाब में ग्रामीणों की 18 गोशालाएं तथा कई नाली भूमि फसल समेत बह गई हैं।यहां पर मोटर मार्ग भी बह गया है।
ग्राम प्रधान दीपेंद्र सिंह नेगी,सामाजिक कार्यकर्ता रघुनाथ सिंह नेगी ने बताया कि बुधवार सुबह क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बारिश के दौरान बैथरा गांव के कुंज्यानी नामक तोक में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। बताया कि अतिवृष्टि और बादल फटने से 18 ग्रामीणों की गोशालाएं मलबे की भेंट चढ़ गई हैं।जबकि एक बछिया बह गई है।गनीमत रही कि आजकल ग्रामीणों के मवेशी दूसरे स्थानों में रहते हैं।जिस कारण मवेशियों के दबने की बडी घटना टल गई।इसके अलावा ग्रामीणों की कई नाली उपजाऊ भूमि खडी फसलों सहित मलबे के सैलाब में बह गई है।
इसी क्षेत्र के भंगोटा,लोदला, डडुवागाड, सोल्टा गांवों में भी भारी बारिश के कारण गांव को जोडने वाली सडक ,पेयजल योजना, फसलों को काफी क्षतिग्रस्त पहुंचने की सूचना ग्राम प्रधान भूपेन्द्र सिंह मेहरा, सरीता जोशी ने दी है।
अतिवृष्टि की सूचना पर नायबतहसीलदार सुरेंद्रसिंह देव ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में क्षति का जायजा लेने के लिए राजस्व की टीम रवाना हो गई है। क्षति के आंकलन के उपरांत प्रभावितों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
वहीं बारिश के कारण नारायणबगड़-परखाल-भटियाणा मोटर मार्ग परखाल से आगे लगभग 40 कीलोमीटर सडक कई स्थानों पर सडक पर मलबा आ व टूट जाने से अवरुद्ध हो गया है।यही वजह है कि राजस्व टीम समय से घटना स्थलों तक नहीं पहुंच सकी है।