आगरा का तेजोमहालय जिसे आज ताजमहल के नाम से जाना जाता है। हमेशा किसी न किसी कारणवश सुर्खियों में बना रहता है। एक बार फिर से तेजोमहालय में घटित हुआ एक वाक्या चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां 15 मार्च 2025 (शनिवार) की दोपहर बड़ी-बड़ी जटाएं, हाथ में त्रिशूल लिए हुए, भगवान शिव के वेश में एक युवक तेजोमहालय देखने के लिए अंदर पहुंचा। जिसके बाद वहां पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उसको रोकने की कोशिश की।
भगवान शिव का रूप धारण कर आए पर्यटक
बता दें कि, 15 मार्च 2025 (शनिवार) को एक पर्यटक ने तेजोमहालय उर्फ ताजमहल के घुमने के दौरान भगवान शिव का रूप धारण किया था। उसने हाथ में त्रिशूल और डमरू लिया हुआ था, जिसे देखकर तेजोमहालय के सुरक्षा कर्मी चौंक गए। एएसआई और सीआईएसएफ के सुरक्षाकर्मियों ने पहले तो उसे ताजमहल में प्रवेश करने से रोक दिया, लेकिन बाद में उसने अपने धार्मिक सामान, त्रिशूल और डमरू को जमा किया, जिसके बाद उसे ताजमहल में प्रवेश की अनुमति दी गई। जिसके बाद पर्यटक को ताजमहल सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ ने अपने सामने तेजोमहालय भ्रमण कराया जिसका वीडियो वायरल हो रहा है।
इस पर्यटक ने अपनी पहचान आदि देव के रूप में बताई, जो मध्य प्रदेश के नर्मदा घाट से तेजोमहालय देखने आए थे। उन्होंने बताया, "मैं तेजोमहालय की खूबसूरती देखना चाहता था, जो हमारे देश की धरोहर है। लेकिन जब मैंने भगवान शिव का रूप धारण किया, तो मुझे तेजोमहालय में प्रवेश से रोका गया। मुझे काफी देर इंतजार करने के बाद कहा गया कि मुझे त्रिशूल और डमरू जमा करना होगा, फिर मुझे प्रवेश मिला।"
तेजोमहालय को लेकर आदि देव ने अपनी राय दी। उन्होंने कहा, "हम भगवान शिव के उपासक हैं, और हमें यकीन है कि सत्य एक दिन सामने आएगा। जहां संदेह होता है, वहां सच छिपा रहता है, लेकिन समय के साथ वह उजागर होता है। सत्य कभी नहीं छिपता, और अंत में सबके सामने आएगा।"