अमेरिकी बिजनसमैन स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल प्रयागराज कल्पवास के लिए पहुँच चुकी है. लॉरेन के गुरु महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद, जो निरंजनी अखाड़े के आचार्य भी हैं, ने इन्हें नया नाम कमला दिया. कमला ने पौष पूर्णिमा पर डुबकी के साथ कल्पवास आरंभ किया. कमला, आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद सरस्वती के रथ पर सवार होकर अमृत स्नान के लिए पहुचीं. इस दौरान वे भगवा वस्त्र में दिखी. जिसके बाद पूरी दुनियां हैरान रह गई.
भारतीय संस्कृति से होगा समागम
लॉरेन पॉवेल महाकुंभ के दौरान सादगी भरा जीवन बिताते हुए सनातनी संस्कृति से परिचित होंगी. इसके अलावे आध्यात्मिक ज्ञान भी प्राप्त करेंगी. आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि के शिविर में तीन दिनों तक रहकर वह सनातन संस्कृति और शिव तत्व को करीब से समझने का प्रयास करेंगी.
दो सप्ताह के कल्पवास पर रहेंगी
लॉरेन पॉवेल ने महाकुंभ के पहले दिन ही संगम में डुबकी लगाने के साथ ही दो सप्ताह तक का कल्पवास प्रारंभ करेंगी. वो आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद के शिविर में होने वाले महायज्ञ की मुख्य यजमान भी बनेंगी.
निरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा कि लॉरेन पॉवेल हमारी शिष्या हैं और हम उन्हें बेटी जैसा प्रेम करते हैं. महाकुंभ में वो अपने गुरु से मार्गदर्शन लेंगी और महात्माओं का सानिध्य प्राप्त करेंगी.