बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने आज यानी 28 मार्च को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। यूनुस बांग्लादेश की आर्थिक स्थिति को सुधारने के उद्देश्य से चार दिवसीय यात्रा पर चीन आए हुए हैं। भारत से रिश्तों में खटास के कारण बांग्लादेश को अब विदेशी सहायता की आवश्यकता महसूस हो रही है।
चीन से आर्थिक सहायता की मांग
यूनुस ने अपनी यात्रा के दौरान 'बोआओ फोरम फॉर एशिया' वार्षिक सम्मेलन में भाग लिया, जो चीन के हैनान शहर में आयोजित हुआ था। इसके बाद वह बीजिंग पहुंचे, जहां उनका स्वागत चीनी उप विदेश मंत्री सुन वेइदोंग ने किया। इस दौरान यूनुस ने चीन से बांग्लादेश के लिए आर्थिक सहायता की मांग की। विशेष रूप से, उन्होंने बांग्लादेश को दिए गए चीनी ऋणों की ब्याज दरों को कम करने की अपील की। उनका कहना था कि इन दरों को तीन प्रतिशत से घटाकर एक या दो प्रतिशत किया जाए।
चीनी ऋणों पर ब्याज दर कम करने की अपील
यूनुस ने बीजिंग में चीनी कार्यकारी उप प्रधानमंत्री डिंग शुएशियांग से मुलाकात की और बांग्लादेश की विकास परियोजनाओं के लिए चीनी समर्थन मांगा। उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि बांग्लादेश में चल रही चीनी वित्तपोषित परियोजनाओं पर शुल्क में छूट दी जाए। उल्लेखनीय है कि चीन, बांग्लादेश का चौथा सबसे बड़ा ऋणदाता है, जिसने अब तक बांग्लादेश को 7.5 अरब अमेरिकी डॉलर का ऋण दिया है।
बांग्लादेश को औद्योगिक सहायता की जरूरत
चीन से सहायता मांगते हुए यूनुस ने यह भी कहा कि बांग्लादेश को चीनी विनिर्माण उद्योगों के देश में स्थानांतरण के लिए बीजिंग की मदद चाहिए। इनमें वस्त्र, इलेक्ट्रिक वाहन, हल्की मशीनरी, उच्च तकनीक वाले इलेक्ट्रॉनिक, चिप विनिर्माण और सौर पैनल उद्योग शामिल हैं।
रूस के उप प्रधानमंत्री से मुलाकात
यूनुस ने रूस के उप प्रधानमंत्री एलेक्सी ओवरचुक से भी मुलाकात की। इस बैठक में ओवरचुक ने बांग्लादेश को अधिक गेहूं और उर्वरक निर्यात करने में रुचि व्यक्त की। दोनों नेताओं ने रूस द्वारा वित्तपोषित रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र के संचालन पर भी चर्चा की।
बान की मून से सलाह
यूनुस ने संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की मून से भी मुलाकात की। बान की मून ने बांग्लादेश में लोकतांत्रिक व्यवस्था को बहाल करने के संबंध में यूनुस को सलाह दी। बान की मून ने इस यात्रा को सकारात्मक दिशा में एक कदम बताया और यूनुस को अपने समर्थन का आश्वासन दिया।
चीन से समर्थन का आश्वासन
चीनी उप-प्रधानमंत्री डिंग शुएशियांग ने बांग्लादेश के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने का वादा किया। उन्होंने कहा कि चीन बांग्लादेश के समृद्धि की दिशा में मदद करने के लिए तैयार है। बांग्लादेश और चीन के बीच राजनयिक संबंधों की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर चीन ने बांग्लादेश सरकार को निवेश, व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों में पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया।