जम्मू और कश्मीर में आंतकी गतिविधियों पर NIA ने शिकंजा कसा है. दरअसल,राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आतंकवादी घुसपैठ से जुड़े मामले में रियासी, डोडा, उधमपुर, रामबन और किश्तवाड़ में कई स्थानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. बताया जा रहा है कि NIA की इस कार्रवाई से आतंकी संगठनों को बड़ा झटका लगा है.
जानकारी के लिए बता दें कि जम्मू-कश्मीर में जब से सरकार बनी है तब से आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं. राष्ट्रीय जांच एजेंसी की छापेमारी 8 ठिकानों पर हो रही है. वहीं, इससे पहले करीब एक सप्ताह पहले एनआइए ने टेरर फंडिंग के संदेह में जम्मू के बाहरी इलाके बजालहता में एक व्यक्ति (साहिल अहमद) के मकान में तलाशी ली.
बता दें कि जांच के दौरान NIA को उस व्यक्ति के खाते से संदिग्ध रूप से जमा 15 लाख रुपए मिले. यह राशि कर्णावती जो वर्तमान में अहमदाबाद की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल हुमायूं खान नामक एक भगौड़े अपराधी द्वारा 15 लाख रुपये जमा कराए गए हैं. NIA की जांच में सामने आया कि साहिल अहमद का सगा चाचा गुलजार अहमद मलिक पुत्र अब्दुल मजीद मलिक वर्ष 1992 में हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी बन गया था. वह बीते कुछ वर्षों से पाकिस्तान के सियालकोट में रह रहा है. NIA की टीम ने साहिल व उसके कुछ स्वजनों से भी पूछताछ की थी.
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में जब से सरकार बनी है तभी से आतंकी अधिक सक्रिय हो गए हैं. 18 अक्टूबर को शोपियां में आतंकियों ने एक मजदूर की हत्या कर दी थी. इसके बाद 20 अक्टूबर को गांदरबल में निर्माण कंपनी के शिविर पर आतंकी हमला किया गया था. हमले में डॉक्टर समेत सात लोगों की मौत हो गई थी.