प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को नई संसद भवन का उद्धाटन कर देश को समर्पित किया. समारोह की शुरुआत सुबह 7:30 बजे पूजा के साथ शुरू हुई. प्रधानमंत्री मोदी ने कई विपक्षी दलों के बष्हिकार के बीच, अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस नए संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित कर दिया.
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इस समारोह में शामिल नहीं होने की घोषणा की है. विपक्ष का कहना है कि राष्ट्रध्यक्ष होने के नाते राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नए संसद भवन का उद्धाटन करना चाहिए. उद्धाटन से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि नया संसद भवन प्रत्येक भारतीय को गौरवान्वित करेगा. उन्होंने नए परिसर का विडियो भी शेयर किया था.
नई संसद में तमिलनाडु से संबंध रखने वाले और चांदी से निर्मित एवं सोने की परत वाले ऐतिहासिक राजदंड(सेंगोल) को लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास स्थापित किया गया है. हस्तांरण के प्रतीक के तौर पर अगस्त 1947 में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को दिया गया. ये राजदंड प्रयागराज संग्रहालय की नेहरू दीर्घा में रखा गया था. नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर, सरकार 75 रुपये का सिक्का भी जारी करेगी.
त्रिभुजाकार वाले चार मंजिला संसद भवन का निर्मित क्षेत्र 64,500 वर्ग मीटर है. नई संसद भवन लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है. जबकि संयुक्त सत्र के लिए लोकसभा हॉल में 1,272 सदस्य बैठ सकते है. संसद का मौजूदा भवन 96 साल पुराना है, जिसका निर्माण कार्य 1927 में पूरा हुआ था. उद्धाटन से पहले लुटियंस दिल्ली में सुरक्षा बढ़ाई दी गई थी. प्रधानमंत्री मोदी ने नए संसद भवन के उद्धाटन के बाद सेंट्रल हॉल में वीर सरवाकर को श्रद्धाजंलि दी.
पुलिस ने पहले ही एक यातायात परामर्श जारी करके कहा है कि नई दिल्ली जनपद को इस अवधि के लिए नियंत्रित क्षेत्र माना जाएगा और वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. नया संसद भवन सुरक्षा वाले क्षेत्र में स्थित है. पुलिस ने कहा है कि अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के अलावा सीसीटीवी कैमरे से लगातार निगरानी की जा रही है.