इनपुट- श्वेता सिंह, लखनऊ, twitter- @shwetamedia207
कल पूरे में करवा चौथ का त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। करवा चौथ सनातन धर्म का एक बड़ा त्योहार है। यह पर्व सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। करवाचौथ में मेंहदी लगाना शुभ माना जाता है और महिलाएं अपने पति के नाम की मेहंदी अपने हाथों पर सजाती हैं। ऐसे में राजधानी लखनऊ में महिलाएं मुस्लिमों द्वारा मेहंदी लगवाने से कतरा रही हैं और उनका आर्थिक बहिष्कार कर रही हैं।
आपको बता दें कि सनातन धर्म के तमाम पवित्र त्यौहारों पर मुस्लिमों द्वारा जिस तरह से जिहादी कृत्य किए जा रहे है उसी के दृष्टिगत लखनऊ में महिलाएं उनका बायकॉट कर रही हैं। चाहे करवा चौथ हो या हरियाली तीज इन प्रमुख त्यौहारों पर मेहंदी लगाने वालों में मुस्लिम युवकों की ही संख्या ज्यादा होती है। राजधानी लखनऊ में जब महिलाओं से इस विषय पर बात की गई तो अधिकतर महिलाओं ने मेहंदी लगाने वाले मुस्लिमों का विरोध किया।
उन्होंने कहा कि ये मुस्लिम रहते हमारे साथ हैं; खाते हमारे साथ हैं और हमारे तीज त्योहारों पर हमें ही नुकसान भी पहुंचाते हैं। दुर्गा पूजा में भी एक बालिका के साथ इन्होने घृणित कार्य को अंजाम दिया था। कई महिलाओं ने तो यहां तक कहा कि ये छद्म मुस्लिम आर्थिक गतिविधियों की आड़ में अक्सर हिंदू लड़कियों के मोबाइल नंबर भी ले लेते हैं और बाद में लव जिहाद जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। इसके अलावा हाल ही में बहराइच में हुई घटना को लेकर भी महिलायें आक्रोशित दिखीं और उन्होंने हिंदुओं के प्रमुख त्यौहारों पर मुस्लिमों के आर्थिक बहिष्कार की अपील भी की।