उज्जैन
रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक रोप वे बनाए जाने को मंजूरी मिल गई है। इसके साथ
ही प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के भक्तों को एक और सौगात मिलने जा रही है। इस दो किमी
लंबी रोप-वे को 209 करोड़
रुपये में बनाया जाएगा। इस रोप-वे के बनने से रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक बस
पांच मिनट में पहुंचा जा सकेंगा। केंद्रीय
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उज्जैन को मिलने वाली इस सौगात की सूचना अपने
ट्वीट के माध्यम से साझा की। उन्होंने बताया कि जुलाई 2023 से इसका निर्माण शुरू
हो जाएगा। इसके साथ ही रोप-वे स्टेशन में लोगों के लिए फूड जोन, प्रतीक्षालय, शौचालय के साथ साथ
बस एवं कार पार्किंग की सुविधा मिलेगी।
बता
दें कि गडकरी ने फिलहाल उज्जैन की घोषणा की है, लेकिन कुल 18 धार्मिक स्थलों पर रोप-वे बनने हैं। केंद्र ने वाराणसी, केदारनाथ मंदिर और उत्तराखंड के
हेमकुंड साहिब के लिए रोप-वे का विकास करने के लिए निविदाएं आमंत्रित की थी। इन पर
जल्दी ही कार्य किया जाएगा। इसके साथ साथ ही पर्वतमाला परियोजना के अंर्तगत दुर्गम,
पहाड़ी, धार्मिक क्षेत्रों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को जोड़ने के लिए
रोप-वे बनाए जा रहे हैं। इसके पहले चरण में दो सौ से अधिक प्रोजेक्टों विकास किया
जाएगा। नासिक से त्र्यंबकेश्वर तक पांच किमी लंबा रोप-वे भी प्रस्तावित हुआ है।
इसी तरह श्रीनगर में शंकराचार्य मंदिर तक एक किमी लंबा रोप-वे, लेह पैलेस और ग्वालियर किले तक
रोप-वे प्रोजेक्ट भी इसमें शामिल हैं।
गडकरी से कुछ महीनों
पहले इंदौर गेट रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक एयर टैक्सी के रूप में रोप-वे
बनवाने की मांग की गई थी। उन्होंने इस बात के लिए सैद्धांतिक रूप से मंजूरी देते
हुए घोषणा भी की थी। कहा था प्रस्ताव बनाकर भेजो, मैं कर
दूंगा। इसके बाद अगस्त में उन्होंने रोप-वे को सैद्धांतिक मंजूरी दी। इसके बाद ही
स्पॉट का फिजिबिलिटी सर्वे किया गया। साथ ही रोप-वे का रुट तय किया गया। यह भी
लिखा है कि इसकी अधिकतम ऊंचाई कितनी रखी जानी चाहिए। रेलवे स्टेशन की जमीन पर यह
रोप-वे बन सकता है। स्टेशन रोड पर एक तरफ रेलवे की जमीन होने से सारा हिस्सा खाली
है। दूसरी तरफ तीन-चार मंजिला होटलें बनी हुई हैं। महाकाल क्षेत्र में रोपवे
स्टेशन कहां बनेगा, यह अभी तय नही हुआ है। 10 वर्ष बाद की आबादी और
सड़क पर वाहनों की बढ़ती संख्या और प्रदूषण को ध्यान में रखकर एयर टैक्सी सुविधा
शुरू करना आवश्यक हो गया है।
महाकाल
लोक का लोकार्पण 11 अक्टूबर को ही किया गया था। इसके साथ ही यह उम्मीद
जताई जा रही है कि महाकाल में भक्तों की भीड़ लगातार बढ़ेती जाएगी। साथ ही रोप-वे
के बनने से श्रद्धालुओं को रेलवे स्टेशन से जल्द महाकाल मंदिर पहुंचने में आसानी
होगी। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी
ने उज्जैन को मिलने वाली इस सौगात की सूचना अपने ट्वीट के माध्यम से साझा की।
उन्होंने बताया कि जुलाई 2023 से इसका निर्माण शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही रोप-वे
स्टेशन में लोगों के लिए फूड जोन, प्रतीक्षालय, शौचालय के साथ साथ बस एवं कार पार्किंग की सुविधा
मिलेगी।