उत्तराखंड में अवैध मदरसों पर चला बुलडोजर! मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ कर दिया है- अब किसी भी गैर-कानूनी संस्था को बख्शा नहीं जाएगा। राज्य भर में चलाए गए जबरदस्त अभियान के तहत अब तक 180 अवैध मदरसों पर ताले जड़ दिए गए हैं और यह सफाई अभियान अभी थमने वाला नहीं है।
जानकारी के मुताबिक, फिलहाल उत्तराखंड मदरसा बोर्ड में केवल 452 मदरसे ही विधिवत पंजीकृत हैं। लेकिन बीते सर्वे में हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर समेत कई इलाकों में 500 से ज्यादा मदरसे बिना रजिस्ट्रेशन के चलाए जा रहे थे। न मानक, न अनुमति- बस खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं।
धामी सरकार ने ऐसे अवैध अड्डों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई का फैसला लिया और पूरे प्रदेश में मदरसों की बारीकी से छानबीन शुरू कर दी। अब तक जिन मदरसों का पंजीकरण नहीं था, उनके खिलाफ एक के बाद एक करारा एक्शन लिया जा रहा है।
फंडिंग की भी हो रही है जांच
सरकार अब यह भी खंगाल रही है कि इन अवैध मदरसों को पैसे कहां से मिल रहे थे? किसके इशारे पर ये धार्मिक स्थलों की आड़ में नियमों की धज्जियां उड़ा रहे थे? इसके साथ ही, अब मदरसा पंजीकरण की प्रक्रिया को भी और कड़ा करने की तैयारी की जा रही है, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की हरकत न कर सके।
भगवानपुर में भी गिरे ताले
शनिवार (26 अप्रैल 2025) को हरिद्वार जिले के भगवानपुर क्षेत्र में तीन और अवैध मदरसे सील कर दिए गए, जिससे कुल आंकड़ा 180 तक पहुंच गया है। जानकारी के अनुसार, राज्य के कई जिलों में अभी भी दर्जनों अवैध मदरसे निगरानी के दायरे में हैं और आने वाले दिनों में इन पर भी बड़ी कार्रवाई देखने को मिलेगी।