केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज यानी शनिवार को त्रिपुरा दौरे पर है। यहां उन्होंने पूर्वोत्तर परिषध के 72वें पूर्ण सत्र का उद्घाटन किया है। इस दौरान शाह ने पूर्वोत्तर के विकास पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि, ' पूर्वोत्तर का तेजी से विकास हो रहा है। पूर्वोत्तर को श्रेष्ठ भारत के करीब लाना है। यहां के सभी राज्य समृद्ध और खुशहाल होंगे। यहां का हर व्यक्ति समृद्ध बनना चाहिए।'
अमित शाह ने आगे कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां 65 बार आ चुके हैं। जब भी वो यहां आए है, नॉर्थ ईस्ट के लिए कुछ न कुछ तोहफा लेकर आए हैं। कनेक्टिविटी की अब कोई समस्या नहीं रही। निवेश का इको-सिस्टम भी बेहतर होगा। सकारात्मक इको-सिस्टम बनाने का काम हुआ है।
उन्होंने कहा कि अब हमारा ध्यान नागरिकों को उनके अधिकार दिलाने पर होना चाहिए। सभी राज्यों के गृह मंत्रालय का ध्यान इस ओर लगाना होगा। इसके लिए पूर्वोत्तर के हर राज्य की पुलिस के दृष्टिकोण, प्रशिक्षण और फोकस को बदलना होगा। लेकिन इसके लिए पूर्व शर्त यह है कि तीनों नए आपराधिक कानून पूर्वोत्तर राज्यों में पूरी तरह लागू होने चाहिए।
बता दें कि, इस उद्घाटन समारोह में पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, सभी आठ पूर्वोत्तर राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी एनईसी के उपस्थित रहें।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने क्या कहा?
वहीं, कार्यक्रम में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि इस साल परिषद के काम की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा इस क्षेत्र के लिए भविष्य की रूपरेखा पर गहन चर्चा होगी। यह परिषद पूर्वोत्तर क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए नोडल एजेंसी है। इस क्षेत्र में अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल हैं।