स्थानीय स्टेशन बाजार स्थित हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय जमानियां में सोमवार को वीरबहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय जौनपुर के आदेशानुसार प्राचार्य एस एन सिंह की अध्यक्षता में नई शिक्षा नीति और पाठ्यक्रम तथा चार साल के अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम के लिए क्रेडिट फ्रेमवर्क पर बैठक का आयोजन किया गया।
इस बैठक का आयोजन महाविद्यालय के आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। आईक्यूएसी प्रभारी प्रो. अरुण कुमार ने बताया कि यूजीसी ने अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम के लिए नया करीकुलम और क्रेडिट फ्रेमवर्क जारी किया है, जो छात्रों के लिए एक इनोवेटिव और लचीली उच्च शिक्षा प्रणाली प्रदान करेगा।
बैठक में हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने फ्लेक्सिबल करीकुलर स्ट्रक्चर और मल्टीपल एंट्री-एग्जिट विकल्पों की जानकारी दी। नए कार्यक्रम के तहत, छात्र एक वर्ष (2 सेमेस्टर) पूरा करने के बाद यूजी प्रमाणपत्र, दो साल बाद यूजी डिप्लोमा, तीन साल बाद स्नातक की डिग्री, और चार साल बाद स्नातक की डिग्री (ऑनर्स) प्राप्त कर सकेंगे। चौथा वर्ष मुख्य रूप से शोध-आधारित शिक्षा पर केंद्रित होगा।
महाविद्यालय के संकाय अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार सिंह ने बताया कि छात्रों को स्थानीय उद्योग के साथ इंटर्नशिप का अवसर मिलेगा। प्राचार्य प्रो. एस एन सिंह ने कहा कि नए स्नातक कार्यक्रम में किताबों के साथ-साथ अनुभव और सीखने पर जोर दिया गया है।
बैठक में भूगोल विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर सौरभ कुमार सिंह, सत्य प्रकाश सिंह, अमित कुमार सिंह और प्रदीप कुमार सिंह भी उपस्थित थे। महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. अभिषेक तिवारी ने इस आशय की जानकारी एक विज्ञप्ति के माध्यम से दी