महाराष्ट्र के नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा के बाद, शहर में अब शांति का माहौल है। हालांकि स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। हिंसा के बाद कई CCTV फुटेज सामने आएं है, जिसमें उपद्रवी रुमाल बांधे और टोपी पहने हुए दिखाई दे रहे हैं और हंगामा करते हुए पत्थरबाजी कर रहे हैं। कुछ लोग लाठी-डंडे भी लेकर सड़क पर उतरे हुए थे। इसी बीच महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नितेश राणे ने उपद्रवियों पर जमकर हमला बोला है।
नागपुर हिंसा पर नितेश राणे ने कहा कि जिसने पुलिस के ऊपर हाथ उठाया उनके हाथ को हम छोड़ेंगे नहीं. इससे पहले भी पुलिस के ऊपर हाथ उठाया गया है। ये कैसा आंदोलन है? ये जिहादी हमेशा पुलिस पर ही हाथ क्यों उठाते हैं? जिसने हमारे पुलिस के ऊपर हाथ उठाया है उनको पकिस्तान का अब्बा याद आएगा। सच बोलना हिन्दुओं के साथ खड़े रहने में कुछ गलत नहीं है ,मैं सनातन के साथ खड़ा हूं। किताबों से औरंगजेब को हटाना होगा, ये कांग्रेस का पाप है।
वहीं केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव ने हिंसा को लेकर कहा कि कल की घटना प्री-प्लान थी, जो दंगाईयां थे वे पूरे शस्त्र के साथ आए हुए थे, हमारे पुलिस को भी जख्मी किया गया। उन्होंने कुछ वाहनों को भी जलाया। ये निश्चित रूप से सब कुछ प्री-प्लान था।
हिंसा में हुए नुकसान
मुख्यमंत्री ने कहा कि, इस हिंसा में लगभग 80 से 100 लोग शामिल थे। इस दौरान 12 दोपहिया वाहनों को नुकसान पहुंचा और घटना स्थल पर चार पहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। इसके अलावा, कुछ लोगों पर तलवार से हमला किया गया। हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें 3 डीसीपी स्तर के अधिकारी भी शामिल थे। एक पुलिसकर्मी पर कुल्हाड़ी से भी हमला किया गया। इसके अलावा 5 आम नागरिक भी हमलों के शिकार बने।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि, इस हिंसा के संबंध में अब तक 5 मामलों को दर्ज किया गया है। इसके साथ ही, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 11 पुलिस स्टेशन क्षेत्रों में कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लागू किए गए हैं। कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए एसआरपीएफ की 5 टुकड़ियां तैनात की गई हैं।