उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को रामनगरी अयोध्या पहुंचे। उनका स्वागत पूरे श्रद्धा भाव से किया गया। सुबह साढ़े नौ बजे हेलीकॉप्टर से अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री ने सबसे पहले रामकथा पार्क में आयोजित ‘टाइमलेस अयोध्या’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने रामलला और बजरंगबली का दर्शन कर पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने रामजन्मभूमि आंदोलन से जुड़े अपने व्यक्तिगत अनुभवों को साझा किया।
श्री राम जन्मभूमि आंदोलन में परिवार की भूमिका
CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी तीन पीढ़ियां श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए समर्पित रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्हें इस आंदोलन में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन सरकारी व्यवस्थाओं में कुछ लोग थे जो यह मानते थे कि अगर मुख्यमंत्री अयोध्या जाते हैं, तो विवाद उत्पन्न हो सकता है। योगी ने कहा, "हमने कहा, अगर विवाद होता है तो होने दीजिए, लेकिन अयोध्या के विषय में कुछ विचार किया जाना जरूरी है।"
राम मंदिर के लिए सत्ता...
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "कुछ लोग यह भी कहते थे कि अगर मैं अयोध्या जाऊं तो फिर राम मंदिर की बात उठेगी। मैंने कहा कि हम सत्ता के लिए नहीं आए हैं। अगर राम मंदिर के निर्माण के लिए सत्ता भी खोनी पड़े, तो इसमें कोई समस्या नहीं है।"
टाइमलेस अयोध्या कार्यक्रम और युवा उद्यमी विकास अभियान
मुख्यमंत्री ने अयोध्या राजपरिवार और दैनिक जागरण के सहयोग से आयोजित 'टाइमलेस अयोध्या' कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इसके बाद रामकथा पार्क में मुख्यमंत्री ने युवा उद्यमियों को उनके विकास के लिए ऋण वितरित किया। यह कदम अयोध्या में रोजगार और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
समीक्षा बैठक और लोकार्पण कार्य
इसके बाद मुख्यमंत्री ने दोपहर 12 बजे आयुक्त कार्यालय सभागार में समीक्षा बैठक की, जिसमें अयोध्या में विकास कार्यों की प्रगति पर चर्चा की गई। उसके बाद दोपहर 1 बजकर 25 मिनट पर मुख्यमंत्री ने अमृत बाटलर्स में आयोजित प्लांट विस्तार का लोकार्पण किया, जो क्षेत्रीय उद्योगों के विकास में सहायक होगा।