महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार (19 मार्च 2025) भड़की हिंसा के मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है। अब तक कुल 51 दंगाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सभी के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। चोटिल पुलिसकर्मियों ने बताया कि उन्होंने भीड़ को समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन हमलावर उनकी बात सुनने के लिए तैयार नहीं थे।
इस हिंसा को अंजाम देने वाले 51 दंगाई अब तक गिरफ्तार किए गए हैं। इसमें कुछ नाबालिग भी हैं। इन सभी को नियमानुसार कानूनी कार्रवाई के बाद जेल भेजा जा रहा है। पकड़े गए आरोपितो से उनके मकसद आदि के बारे में भी पूछताछ चल रही है। अभी तक शमीम खान मास्टरमाइंड के तौर पर सामने आया है जो फ़िलहाल फरार है। CCTV फुटेज व अन्य माध्यमों से अन्य हमलावरों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
सुदर्शन न्यूज़ को मिले Exclusive वीडियो में पुलिस हिरासत में मौजूद कई दंगाइयों को बेशर्मी से हँसते भी देखा गया है। उनके चेहरे पर शिकन या प्रायश्चित के कोई भाव नहीं थे। पुलिस की कस्टडी में भी ये उन्मादी बाकायदा एक दूसरे से बात करते और हँसी-मजाक की मुद्रा में दिखे। कुछ उपद्रवी नाबालिग भी हैं जिनके मेडिकल परीक्षण जारी हैं।
वहीं घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। कुछ पुलिसकर्मियों के हाथों व पैरों में फैक्चर हुए हैं जिनमे प्लास्टर साफ़ देखा जा सकता है। इन पुलिसकर्मियों का घर फ़िलहाल जारी रहेगा। इस घटना से नाराज हिंदूवादी संगठनों ने आरोपितों के घरों पर बुलडोजर चलाने की माँग की है। आम जनमानस ने चोटिल पुलिसकर्मियों के जल्द स्वस्थ होने और फिर से ड्यूटी पर लौटने की कामना की है।
चोटिल पुलिसकर्मियों ने अपनी आपबीती आँखों देखी भुक्तभोगी के तौर पर लोगों से साझा किया है। उन्होंने बताया कि भारी भीड़ शोर मचाते हुए हमलावर मुद्रा में थी। यह भीड़ प्रशासन की बात सुनने या मानने को तैयार नहीं थी। हमलावरों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर फेंके। इनके हाथों में लाठी-डंडों के साथ लोहे की रॉड भी थी। हमले का शिकार फायर ब्रिगेड का एक स्टाफ भी हुआ है। दंगाइयों ने दमकल विभाग की गाड़ियों में भी आग लगा दी थी।