Euro 2020 semi final England vs Denmark: इंग्लैंड और डेनमार्क की टीमों यूरो कप फाइनल में जगह बनाने के लिए आमने सामने होंगी। इस महामुकाबले में दोनों टीमों के स्टार खिलाड़ियों पर रहेगी नजर। चलिए जान लेते हैं दोनों टीमों के अहम खिलाड़ियों के बारे में।
इंग्लैंड की टीम के अहम खिलाड़ी
हैरी केन (फारवर्ड) : इंग्लिश कप्तान हैरी केन का ग्रुप स्तर में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था और वह गोल करने के लिए संघर्ष कर रहे थे। साउथगेट जानते थे कि फाइनल में पहुंचने के लिए केन का चलना जरूरी है और ऐसे में कप्तान ने नाकआउट में अपनी खोई लय हासिल कर ली। उन्होंने बेल्जियम के खिलाफ प्री-क्वार्टर फाइनल में एक गोल किया तो फिर अगले मैच में यूक्रेन के खिलाफ दो गोल दागे थे। अब इंग्लैंड को फाइनल का टिकट चाहिए तो कप्तान को फिर से गोल दागने होंगे।
रहीम स्टर्लिग (फारवर्ड) : केन के फार्म में नहीं होने से रहीम स्टर्लिग पर गोल करने का दबाव था और ऐसे में स्टर्लिग ने ग्रुप स्तर से टीम को जीत दिलाना शुरू किया। उन्होंने क्रोएशिया के खिलाफ 1-0 की जीत में एकमात्र गोल किया। फिर ग्रुप के आखिरी मैच में चेक गणराज्य को भी इसी स्कोर से हराने में एक गोल दागा। फिर जर्मनी के खिलाफ भी गोल किया और अब डेनमार्क के खिलाफ भी उनसे ऐसे ही प्रदर्शन की आस रहेगी।
ल्यूक शा (डिफेंडर) : इस इंग्लिश डिफेंडर का प्रदर्शन केन और स्टर्लिग से कम नहीं है। उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ मैगुएर और केन के गोल करने में मदद की जिससे टीम का जीत का अंतर बढ़ गया। इससे पहले जर्मनी के खिलाफ भी उन्होंने स्टर्लिग के गोल में मदद की थी। डेनमार्क के खिलाफ भी मैच में उनसे अच्छे पास की उम्मीद रहेगी।
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डेनमार्क की टीम के अहम खिलाड़ी
कास्पर डोल्बर्ग (फारवर्ड) : डेनमार्क को यहां तक पहुंचाने में डोल्बर्ग की अहम भूमिका रही है। वह वेल्स के खिलाफ प्री-क्वार्टर फाइनल में 68 मिनट तक मैदान पर खेले और उसमें उन्होंने दो गोल दागकर टीम को क्वार्टर फाइनल में पहुंचाया था। फिर क्वार्टर फाइनल में उन्हें 58 मिनट तक खेलने का मौका मिला तो उन्होंने एक गोल कर दिया। अब देखना रोचक होगा कि डेनमार्क के कोच सेमीफाइनल में उन्हें 90 मिनट तक मैदान पर रखते हैं या नहीं।
यूसुफ पाउलसन (फारवर्ड) : 27 वर्षीय इस फारवर्ड की भी सेमीफाइनल में भूमिका अहम रहेगी। वह इस बार यूरो में चार मैच खेल चुके हैं जिसमें उन्होंने दो गोल किए हैं। रूस के खिलाफ ग्रुप मैच में वह 59 मिनट तक मैदान में खेले और इसमें उन्होंने एक गोल किया। टीम ने यह मैच 4-1 से जीता। इससे पहले बेल्जियम के खिलाफ मिली हार में टीम की तरफ से एकमात्र गोल उनकी तरफ से ही था।
जोकिम महले (डिफेंडर) : 24 वर्षीय जोकिम डेनमार्क की तरफ से इस बार यूरो में दो गोल कर चुके हैं। उन्होंने टूर्नामेंट में पांचों मैच खेले हैं और 90 मिनट तक मैदान पर रहे हैं। उनकी उपस्थिति से टीम को फायदा पहुंचता है। उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में वेल्स के खिलाफ एक गोल किया था और फिर ग्रुप मैच में भी रूस के खिलाफ गोल करने में सफल रहे थे। इसके अलावा वह टीम को गोल खाने से बचाने में भी मदद करते हैं।