ममता बनर्जी शासित पश्चिम बंगाल के एक स्कूल से मजहबी उन्माद का मामला सामने आया है जहां इस्लामिक कट्टरपंथियों की भीड़ ने एक स्कूल की शिक्षिका के कपड़े फाड़ डाले तथा महिला की पिटाई की. दक्षिण दिनजापुर के त्रिमोहिनी प्रताप चंद्र हाई सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका का अपराध यह था, उन्होंने एक छात्रा को डाँट दिया.
इसी दुआरान छात्रा का हिजाब खिसक गया. छात्रा ने इस बारे मने अपने परिजनों को बताया तो वह भड़क उठे तथा स्कूल पर धावा बोल दिया. उनके बड़ी संख्या में कट्टरपंथी भीड़ स्कूल आ पहुंची तथा शिक्षिका के साथ अभद्रता शुरू कर दी. उन्मादी भीड़ ने शिक्षिका के साथ मारपीट की तथा उनके कपड़े फाड़ डाले. इस दौरान शिक्षिका गिड़गिड़ाती रही लेकिन जिहादी नहीं माने तथा आसुरी अट्टहास करते हुए उनके साथ हिंसक वारदात को अंजाम देते रहे. घटना के तीन दिन बीत चुके हैं और पुलिस दोषियों के खिलाफ अभी-भी कान बंद किये हुऐ बैठी है.
आपको बता दें पूरा मामला यह है कि 21 जुलाई यानी कि दिन गुरुवार को जब नौवीं की छात्रा जरनातुन खातून क्लास करने की बजाय स्कूल के बरामदे में घूम रही थी तो शिक्षिका चैताली चाकी ने खातून का कान पकड़कर उसे डाँटा था. जरनातुन का कहना है कि अध्यापिका ने उसकी पीठ पर तमाचा भी मारा था. इसी बीच जरनातुन का हिजाब सिर से नीचे फिसल गया था. शिक्षिका के साथ हो रही इस हैवानियत को साथी शिक्षक रोक नहीं सके.
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आया है, जिसमें इस्लामिक कट्टरपंथियों की भीड़ शिक्षिका के साथ अभद्रता करती हुई नजर आ रही है. वीडियो में उन्मादी भीड़ को स्टाफ रूम के अंदर मारपीट और हँगामा करते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में ये भी साफ देखा जा सकता है कि भीड़ में शामिल लोगों ने जालीदार टोपी भी पहन रखी थी.
बता दें घटना के एक दिन बाद 22 जुलाई 2022 को स्कूल के प्रिंसिपल कमल कुमार जैन ने दावा किया था कि दोनों पक्षों के बीच समझौता हो चुका है, और मामला रफादफा कर दिया गया है। हालाँकि फौरन ही इस दावे को गलत पाया गया। बाद में इस मामले में केस दर्ज कराने के लिए प्रिंसिपल खुद शिक्षक चैताली चाकी के साथ थाने गए। शिकायत में जफिरदौस मंडल, अफरूजा मंडल, जाकिर हुसैन, मसूद खातून और मफूजा खातून समेत कई जिहादियों के नाम शामिल हैं।
इस शर्मनाक हरकत को लेकर स्थानीय लोग काफी गुस्साए हुए हैं, और लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही कई स्थानीय स्कूलों के शिक्षकों ने अपने चेहरे पर काला कपड़ा डालकर विरोध मार्च निकाला। उनके हाथों में घटना की निंदा करने वाली तख्तियाँ थी। प्रदर्शनकारी जिहादियों पर जल्द से जल्द कार्यवाही की मांग कर रहे हैं।