दिल्ली के पर्यटन मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आज दिल्ली पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित हेरिटेज वॉक फेस्टिवल का शुभारंभ किया। इस हेरिटेज वॉक फेस्टिवल की शुरुआत आज म्युटिनी मेमोरियल कमला नेहरू रिज सिविल लाइंस से की गई। यह कार्यक्रम 10 अक्टूबर से लेकर 31 दिसंबर 2024 तक चलेगा। इस कार्यक्रम के तहत दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में स्थित 100 अलग-अलग ऐतिहासिक विरासतों का भ्रमण किया जाएगा। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दिल्ली पर्यटन विभाग द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम के माध्यम से दिल्ली पर्यटन विभाग की कोशिश रहती है, कि दिल्ली की सैकड़ों वर्ष पुरानी विरासतों का इतिहास दिल्ली, देश और विश्व के समक्ष प्रस्तुत किया जाए और पर्यटकों के लिए दिल्ली को आकर्षण का एक मुख्य केंद्र बनाया जाए।
हेरिटेज वॉक फेस्टिवल की शुरुआत आज कमला नेहरू रिज सिविल लाइंस में स्थित म्युटिनी मेमोरियल से की गई। इस मेमोरियल का निर्माण 1857 के दौरान आजादी की लड़ाई के समय अंग्रेजों द्वारा कराया गया था। अंग्रेज सरकार ने लड़ाई में मृत हुए अंग्रेज अधिकारियों और उनके सहयोगियों की याद में यह मेमोरियल बनवाया था। यह मेमोरियल केवल अंग्रेजी अफसर और उनके सहयोगियों की मृत्यु का प्रतीक नहीं है, बल्कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम के जय घोष का भी प्रतीक है। यह प्रतीक है इस बात का, कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में शामिल स्वतंत्रता सेनानियों ने किस प्रकार से अंग्रेजी हुकूमत की जड़ें हिला कर रख दी थी।
दिल्ली पर्यटन विभाग का यह कार्यक्रम हेरिटेज वॉक फेस्टिवल 10 अक्टूबर से लेकर 31 दिसंबर 2024 तक चलेगा। इस दौरान लगभग दिल्ली की 100 अलग-अलग विरासतों का भ्रमण किया जाएगा। लगभग 80 दिवसीय इस कार्यक्रम के दौरान 100 अलग-अलग विरासतों का छिपा हुआ इतिहास जिससे कि हमारी युवा पीढ़ी लगभग अनभिज्ञ है, उसकी जानकारी दिल्ली की जनता तक और युवा पीढ़ी तक पहुंचने का काम किया जाएगा। दिल्ली सरकार के पर्यटन विभाग की लगातार यह कोशिश है, कि दिल्ली में छिपी हुई ऐतिहासिक विरासतों को, उसके इतिहास को दिल्ली और देश की जनता के समक्ष लाया जाए और सैकड़ो वर्ष पुराने इस इतिहास से अपनी युवा पीढ़ी को अवगत कराया जाए। ताकि आगे चलकर हमारी युवा पीढ़ी हमारे पुरखों की इन धरोहरों को संभाल कर रख सके और सदियों सदियों तक हमारे पुरखों का इतिहास जीवित रहे। इस हेरिटेज वॉक फेस्टिवल में सामान्य जनसाधारण भी भाग ले सकता है। जिसके लिए विभाग द्वारा एक न्यूनतम सा शुल्क टिकट के रूप में तय किया जाता है। यह शुल्क देकर कोई भी सामान्य जनसाधारण इस हेरिटेज वॉक का हिस्सा बन सकता है और दिल्ली की इन विरासतों का भ्रमण पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के माध्यम से कर सकता है।
हेरिटेज वॉक के दौरान मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, कि दिल्ली में सैकड़ो ऐसी विरासतें छिपी हुई है, जिसकी जानकारी दिल्ली की जनता को और हमारे युवा पीढ़ी को नहीं है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों द्वारा दिल्ली पर्यटन विभाग की यह कोशिश रहती है, कि दिल्ली की ऐसी अनमोल धरोहरों का इतिहास दिल्ली और देश की जनता के समक्ष रखा जाए, ताकि दिल्ली न केवल देश में अपितु पूरी दुनिया में आकर्षण का एक मुख्य केंद्र बने और भिन्न-भिन्न राज्यों से एवं विदेशों से आने वाले सैलानियों की रुचि दिल्ली में और अधिक बढ़े। उन्होंने कहा कि यह विरासत दिल्ली के सैकड़ो वर्ष पुराने इतिहास का प्रतीक हैं । यह बहुत ही अनमोल है और इनकी देखरेख करना एवं इनके इतिहास को जन-जन तक पहुंचाना दिल्ली पर्यटन विभाग की कोशिश है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर दिल्ली पर्यटन विभाग द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है। इसी श्रृंखला में इस वर्ष भी इस 80 दिवसीय हेरिटेज वॉक फेस्टिवल का आयोजन किया गया है और भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम दिल्ली पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित किए जाते रहेंगे।