दिवाली के दो दिन पहले धनतेरस मनाया जाता है। इस दिन से दिवाली की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान धन्वंतरी समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। ऐसे में आइए जानते हैं इस साल धनतेरस कब है, महत्व और शुभ मुहूर्त, ताकि आप धन के देवता कुबेर और धन्वंतरी की विधि-विधान से पूजा अर्चना कर सकें।
धनतेरस, जिसे धन त्रयोदशी भी कहा जाता है, भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस वर्ष धनतेरस 2024 में 29 अक्टूबर को मनाई जाएगी। यह दिन धन और समृद्धि के देवता धन्वंतरि की पूजा के लिए विशेष रूप से माना जाता है।
शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 29 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 34 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 30 अक्टूबर 2024 को दोपहर 1 बजकर 17 मिनट पर होगा। इसके चलते धनतेरस का त्योहार 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा। विशेषकर इस दिन बर्तन, आभूषण और अन्य सामग्री खरीदना शुभ माना जाता है।
जानें धनतेरस का महत्व
धनतेरस का महत्व इस बात में है कि इस दिन घर में नए बर्तन, सोना, चांदी और अन्य कीमती सामान खरीदने की परंपरा है। मान्यता है कि इस दिन खरीददारी करने से घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती। धन्वंतरि भगवान की पूजा से व्यक्ति की सेहत और समृद्धि में वृद्धि होती है।
धनतेरस के दिन विशेष रूप से स्वास्थ्य और समृद्धि का ध्यान रखा जाता है। इस दिन कई लोग धन की देवी लक्ष्मी की पूजा भी करते हैं, ताकि घर में समृद्धि और सुख-शांति बनी रहे। इसके साथ ही, इस दिन गोबर से बनाए गए गड्ढे में दीपक जलाने की परंपरा भी है, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। धनतेरस पर लोग नए कपड़े और सजावट की चीजें खरीदते हैं। दुकानदार भी इस दिन विशेष छूट और ऑफर्स प्रदान करते हैं।
समग्र रूप से धनतेरस केवल धन के अर्जन का दिन नहीं, बल्कि यह परिवार के साथ मिलकर समृद्धि, स्वास्थ्य और सुख-शांति की कामना का दिन भी है। इस दिन की विशेष पूजा और खरीददारी से न केवल भौतिक बल्कि आध्यात्मिक समृद्धि भी प्राप्त होती है।