धनतेरस का दिन सोने की खरीदारी के लिए खास माना जाता है, और इस दिन कई लोग सोना खरीदकर अपने घर लाते हैं। इस बार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने भी इस परंपरा को अपनाते हुए लंदन से 102 टन सोना भारत में वापस लाया। सितंबर के अंत में आरबीआई के पास कुल 855 टन सोना था, जिसमें से 510.5 टन देश में ही सुरक्षित रखा गया है। यह जानकारी विदेशी मुद्रा भंडार प्रबंधन की ताजा रिपोर्ट में सामने आई है।
ध्यान देने वाली बात यह है कि आरबीआई ने सितंबर 2022 से अब तक कुल 214 टन सोना विदेश से वापस लाया है। दुनिया में हाल के घटनाक्रम, जैसे कि इजरायल-हमास संघर्ष, को देखते हुए आरबीआई और भारत सरकार अपने सोने की सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार, सरकार का भी मानना है कि मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों में अपने सोने को भारत में रखना ही अधिक सुरक्षित है।
भारत का सोने का एक बड़ा भंडार अभी भी विदेश में संग्रहीत है। सूत्रों के अनुसार, भारत के पास 324 टन सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स में सुरक्षित रखा गया है। बैंक ऑफ इंग्लैंड को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का संरक्षक माना जाता है, जो यूके और अन्य केंद्रीय बैंकों के सोने के भंडार को सुरक्षित रखता है। यह बुलियन वेयरहाउस 1967 में स्थापित किया गया था और तब से इसे कई देशों में विस्तारित किया गया है।
मई 2023 में भारत ने ब्रिटेन से एक लाख किलो (100 टन) सोना वापस लाने का काम किया। इस प्रक्रिया में वित्त मंत्रालय, आरबीआई और अन्य सरकारी विभागों का समन्वय था। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के साथ इस पूरी योजना को गोपनीय रखा गया। सोने के आयात पर सीमा शुल्क में छूट दी गई, हालांकि, एकीकृत जीएसटी पर कोई छूट नहीं मिली, क्योंकि यह कर राज्यों के साथ साझा किया जाता है। इतने बड़े पैमाने पर सोने को लाने के लिए एक विशेष विमान का इंतजाम किया गया था।
भारत में इस सोने को मुंबई के मिंट रोड और नागपुर स्थित आरबीआई के पुराने भवन में रखा गया है, जहां 24 घंटे सुरक्षा की कड़ी निगरानी होती है। ऐसा माना जा रहा है कि ब्रिटेन से लाया गया सोना भी इन्हीं सुरक्षित स्थानों पर संग्रहीत किया गया है, हालांकि इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।