राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को दिवाली की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इस त्योहार को वंचितों और जरूरतमंदों की मदद करने का एक महत्वपूर्ण अवसर बताया, जहां हम उनके साथ खुशियां बांट सकते हैं। मुर्मू ने इस अवसर पर अपनी अंतरात्मा को प्रकाशित करने और प्रेम तथा करुणा के गुणों को अपनाने का आह्वान किया।
अच्छाई की जीत का प्रतीक
राष्ट्रपति ने दिवाली को बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह त्योहार अज्ञानता पर ज्ञान की जीत का प्रतीक भी है। भारत और विदेशों में विभिन्न समुदाय इस त्योहार को धूमधाम से मनाते हैं, जो एक उज्जवल भविष्य की आशा जगाता है।
भारतीय संस्कृति पर गर्व
राष्ट्रपति मुर्मू ने सभी भारतीयों को दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए कहा, "आइए हम भारत की गौरवशाली विरासत पर गर्व करें।" उन्होंने प्रदूषण-मुक्त दिवाली मनाने का संकल्प लेने और एक स्वस्थ, समृद्ध और जिम्मेदार समाज के निर्माण के लिए प्रेरित किया।
सकारात्मकता का संकल्प
राष्ट्रपति ने लोगों से अनुरोध किया कि वे अच्छाई में विश्वास रखते हुए इस त्योहार को मनाएं और समाज में सकारात्मकता फैलाने का प्रयास करें। दिवाली का यह संदेश न केवल उत्सव का है, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों को निभाने का भी है।