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Kalashtami 2025: कालाष्टमी पर इस विधि से करें पूजा, कालभैरव की होगी कृपा

कालयष्टमी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है जो प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है।

Deepika Gupta
  • Jan 18 2025 3:38PM

कालयष्टमी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है जो प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है। खासकर इस दिन की पूजा का आयोजन भगवान कालभैरव के भक्तों द्वारा बड़े श्रद्धा भाव से किया जाता है। इस वर्ष कालयष्टमी 2025 21 जनवरी को मनाई जाएगी। यह दिन विशेष रूप से कालभैरव की उपासना का है, जो शंकर के रूप में जाने जाते हैं और समय, मृत्यु तथा कर्तव्यों के संरक्षक माने जाते हैं। कालयष्टमी के दिन कालभैरव की पूजा से व्यक्ति के जीवन में अडचनें दूर होती हैं और वह धन, समृद्धि और खुशहाली की ओर अग्रसर होता है। तो जानिए कैसे करें कालभैरव की पूजा। 

कालयष्टमी की पूजा विधि

स्नान और शुद्धता: कालयष्टमी के दिन प्रात:काल जल्दी उठकर शुद्धता के साथ स्नान करें। इसके बाद, भगवान कालभैरव की पूजा के लिए साफ व सात्विक वस्त्र पहनें।

पूजा स्थान की सफाई: पूजा स्थल को अच्छे से साफ करें और वहां पर दीपक जलाएं। कालभैरव की पूजा में काले तिल, सिंदूर, काले फूल, मखाना और अन्य विशेष सामग्री का उपयोग किया जाता है।

कालभैरव का आवाहन: भगवान कालभैरव का आवाहन करते हुए उनका ध्यान करें और उन्हें हल्दी, चंदन, फूल अर्पित करें। आप कालभैरव के मंदिर में जाकर भी पूजा कर सकते हैं, जहां विशेष रूप से इस दिन उनकी पूजा की जाती है।

अर्चना और मंत्र जप: पूजा के दौरान "ॐ कालभैरवाय नमः" मंत्र का जप करें। इसके अलावा, "ॐ ह्लीं कालभैरवाय नमः" का उच्चारण भी किया जा सकता है। इस मंत्र के जाप से विशेष प्रकार की मानसिक शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।

रात्रि का व्रत: इस दिन व्रत रखकर रात्रि में कालभैरव का पूजन विशेष महत्व रखता है। रात को पूरी श्रद्धा के साथ कालभैरव के दर्शन करें और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने की कामना करें।

भोग अर्पण: पूजा के बाद, भगवान को ताजे फल, मिठाई या अन्य पसंदीदा भोग अर्पित करें। साथ ही, पूजा का प्रसाद सभी भक्तों में बांटें।

महत्व और लाभ

कालयष्टमी का व्रत व्यक्ति की सभी तरह की परेशानियों को समाप्त करने में सहायक होता है। कालभैरव की पूजा से सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सौभाग्य, शक्ति और शांति का वास होता है। यह व्रत विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो अपने जीवन में संघर्षों का सामना कर रहे होते हैं या जो आर्थिक रूप से कमजोर महसूस कर रहे होते हैं।

इस दिन की पूजा से मानसिक तनाव कम होता है, और व्यक्ति की परेशानियों का समाधान प्राप्त होता है। कालभैरव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ पूजा करें।

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