मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के नरवर इलाके में गुरुवार को बड़ा हादसा हुआ, जब भारतीय वायुसेना का ट्विन-सीटर मिराज 2000 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था और इसने घरों को बचाते हुए खाली स्थान पर क्रैश लैंडिंग की। हादसे में दोनों पायलट सुरक्षित हैं।
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश
वायुसेना के अधिकारियों के मुताबिक, दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है, और जांच के बाद ही हादसे के कारण स्पष्ट होंगे।
मिराज 2000 का इतिहास और भारतीय वायुसेना में सफलता
डसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित मिराज 2000 का पहला संस्करण 1978 में उड़ान भरा था। यह एक मल्टीरोल फाइटर जेट है और अब तक 600 मिराज 2000 विमान बनाए गए हैं, जिनमें से 50 प्रतिशत को भारत सहित आठ देशों में निर्यात किया गया है। भारतीय वायुसेना में मिराज 2000 की सफलता को कारगिल युद्ध के दौरान प्रमुख रूप से देखा गया था। इसके अलावा, मिराज 2000 का सिंगल-सीटर वर्जन भी उपलब्ध है।