टीम इंडिया ने एक बार फिर से क्रिकेट की दुनिया में अपनी ताकत दिखाई और चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत लिया। भारत ने फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड को हराकर यह शानदार जीत हासिल की। इंडिया की इस जीत में हेड कोच गौतम गंभीर की रणनीति का बड़ा हाथ रहा। उनके द्वारा किए गए कई अहम बदलावों ने भारत को जीत दिलाई और अब यह जीत सभी के सामने है।
गौतम गंभीर की रणनीति ने दी टीम को जीत की दिशा
गौतम गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया में कई बड़े बदलाव देखने को मिले, जिनका परिणाम चैंपियंस ट्रॉफी में सामने आया। गंभीर की रणनीति बेहद अलग और प्रभावी रही। उन्होंने पहले श्रीलंका दौरे पर ही टीम में बदलाव का संकेत दे दिया था और इसके बाद गेंदबाजों पर ज्यादा विश्वास जताया। गंभीर ने कहा, "बल्लेबाज आपको मैच जिता सकते हैं, लेकिन गेंदबाज टूर्नामेंट जिताते हैं।"
वरुण चक्रवर्ती बने गेम चेंजर
गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद, वरुण चक्रवर्ती को टीम इंडिया में मौका मिला और उन्होंने अपनी गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में वरुण ने तीन मैचों में 9 विकेट झटके और फाइनल, सेमीफाइनल के साथ-साथ ग्रुप मैच में भी शानदार प्रदर्शन किया। वरुण चक्रवर्ती ने भारत की जीत में एक अहम भूमिका निभाई और साबित किया कि वह गेम चेंजर हैं।
स्पिनर्स ने दिखाया जलवा
टीम इंडिया की चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में जीत में स्पिनर्स का बड़ा हाथ रहा। वरुण चक्रवर्ती के अलावा कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने भी शानदार प्रदर्शन किया। कुलदीप यादव ने 5 मैचों में 7 विकेट लिए, जबकि जडेजा ने 5 विकेट झटके। अक्षर पटेल ने भी बॉलिंग में अहम योगदान दिया। फाइनल मैच में भी स्पिनर्स की भूमिका निर्णायक रही, जिससे यह साफ हो गया कि गंभीर की रणनीति ने बॉलिंग विभाग को मजबूत किया।
अक्षर पटेल के बैटिंग ऑर्डर में बदलाव
गौतम गंभीर ने अक्षर पटेल को फाइनल और सेमीफाइनल में नंबर पांच पर बैटिंग का मौका दिया, और इस बदलाव ने टीम को मदद पहुंचाई। अक्षर पटेल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में 29 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। वहीं, सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने 27 रन बनाए और ग्रुप मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ 42 रन बनाए। अक्षर का यह प्रदर्शन गंभीर की रणनीति का अहम हिस्सा रहा।