उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में नवरात्रि से पहले असामाजिक तत्वों ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की है। जिले के छतारी थाना क्षेत्र के नारऊ गांव में स्थित एक मंदिर में शनिवार को (29 मार्च) देवी मां और शिव परिवार की प्रतिमाएं खंडित कर दी गईं।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया, जिसके बाद मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
ग्रामीणों में आक्रोश, पुलिस ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
नवरात्रि की पूर्व संध्या पर मंदिर में मूर्तियां खंडित होने की खबर पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। इस घटना से न केवल स्थानीय लोग बल्कि हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता भी आक्रोशित हो गए और उन्होंने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए थाना पुलिस, सीओ डिबाई शोभित कुमार और राजस्व अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची। गुस्साए ग्रामीणों को शांत करने के लिए अधिकारियों ने भरोसा दिया कि 24 घंटे के भीतर दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और नई मूर्तियों की स्थापना कराई जाएगी। इसके बाद लोगों ने विरोध प्रदर्शन समाप्त किया।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, दो टीमें गठित
इस मामले में ग्रामीणों, जिनमें सतीश चंद शर्मा समेत कई लोग शामिल थे, ने पुलिस को संयुक्त रूप से तहरीर दी। इस आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
सीओ डिबाई शोभित कुमार ने बताया कि घटना की जांच के लिए दो पुलिस टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, मंदिर में नई मूर्तियां जल्द स्थापित की जाएंगी ताकि क्षेत्र में शांति बनी रहे।
इलाके में कड़ी सुरक्षा, पुलिस ने की शांति बनाए रखने की अपील
घटना के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया है। ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है और अफवाहों से बचने की हिदायत दी गई है। अधिकारी लगातार स्थानीय लोगों से संवाद कर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके।