आपको बताते चले कि स्लीपर सेल की पहचान करना स्थानीय थाना का काम हैं .थाना के पास पहले से भी अधिक केस लंबित हैं .ज़रा सोचिए लगातार वारदात होने लगे तो थाना पर शक करना पड़ता हैं .ताजा घटना ताजपुर के मुख्य बाज़ार का हैं जहां भूमि डीजल पैट्रोल गाय मांस के कारोबारी भी रहते हैं .लाखों रुपया का कारोबार दिन रात मे हो जाता हैं .सोना चांदी के दुकानदार सहित छोटे बड़े कारोबारी के पास बढ रहे मोटी रकम कहाँ से आता हैं .थाना को सब पता रहता हैं .पुलिस अपने पर आ जाए तो अपराध और अपराधी जगह छोड़ भाग जाएंगे I