महाराष्ट्र सरकार ने आज यानी गुरुवार को बड़ा फैसला लिया है। शिंदे सरकार ने टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा के निधन के बाद उनका नाम देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न के लिए प्रस्ताव पारित कर दिया है। दरअसल, आज महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक हुई, जिसमें इस बात पर चर्चा की गई की दिग्गज उद्योगपति रतन नवल टाटा को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। कैबिनेट बैठक के दौरान रतन टाटा की याद में शोक प्रस्ताव भी पारित किया गया। महाराष्ट्र सरकार अब यह प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजेगी।
आपको बता दें कि एक दिन पहले 9 अक्टूबर को 86 साल की उम्र में रतन टाटा का निधन हो गया था। रतन टाटा ने बुधवार रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली। कुछ दिन पहले उम्र संबंधी समस्याओं के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार रात को ही उनका पार्थिव शरीर अस्पताल से घर लाया गया।
वर्ली श्मशान घाट में अंतिम संस्कार
रतन टाटा के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स हॉल में रखा गया है। यहां से पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए वर्ली स्थित श्मशान घाट ले जाया जाएगा।
महाराष्ट्र में एक दिन का राजकीय शोक
महाराष्ट्र सरकार ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए गुरुवार को राज्य में एक दिन के शोक की घोषणा की। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि शोक के प्रतीक के रूप में 10 अक्टूबर को महाराष्ट्र के सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।
रतन टाटा के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भीड़
रतन टाटा के पार्थिव शरीर को मुंबई के नरीमन प्वाइंट स्थित नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स में रखा गया है। उनके अंतिम दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ी हुई है। बड़ी संख्या में लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे हैं। उनके निधन पर देश-दुनिया के कई दिग्गजों ने दुख जताया है। उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। उनका अंतिम संस्कार शाम 4 बजे किया जाएगा।