भारत के कोहिनूर और प्रतिष्ठित उद्योगपति रतन टाटा हमारे बीच नहीं रहे। बुधवार रात, मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उनका निधन हो गया, जिससे पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस कठिन समय में रतन टाटा के भाई नोएल से फोन पर बात की और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए एक पोस्ट भी साझा की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सरकार की ओर से रतन टाटा के अंतिम संस्कार में भाग लेंगे। वहीं, पीएम मोदी आज लाओस के लिए दो दिवसीय दौरे पर रवाना हो गए हैं।
इससे पहले नई दिल्ली में पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के 119वें वार्षिक सत्र में 'विकसित भारत @2047: प्रगति के शिखर की ओर अग्रसर' विषय पर बोलते हुए अमित शाह ने रतन टाटा श्रद्धांजलि दिया और कहा कि, "मेरा उनसे (रतन टाटा) व्यक्तिगत गहरा परिचय रहा है। रतन टाटा जी पूरे विश्व के एक सम्माननीय उद्योजक रहें। टाटा समूह का नेतृत्व करना ही अपने आप में बहुत बड़ी बात होती है, परंतु उन्होंने टाटा समूह का नेतृत्व ऐसे समय में संभाला जब टाटा समूह को अनेक प्रकार के परिवर्तन करना जरूरी था। पहले की तरह आज भी टाटा समूह भारत के उद्योग जगत में एक ध्रुव तारा बन कर है, उसमें रतन टाटा जी का बहुत बड़ा योगदान है।"
इसके आगे गृह मंत्री ने कहा कि, "रतन टाटा अपने ट्रस्ट के माध्यम से देश की सभी समस्याओं का समाधान करते हुए एक अच्छा समाज बनाने का प्रयास भी किया। चाहे अनुसंधान का क्षेत्र हो, मैनेजमेंट का क्षेत्र हो, एजुकेशन क्षेत्र हो, चाहे कैंसर के इलाज की सारी सुविधाओं को देश के सारे हिस्से में पहुंचाना हो... रतन टाटा जी के नेतृत्व में टाटा समूह ने इसको बहुत अच्छे से कर के दिखाया है। आज श्री रतन टाटा जी हमारे साथ नहीं रहे हैं, मगर उन्होंने जो लेगेसी छोड़ कर जा रहे हैं वो लंबे समय तक देश के औद्योगिक क्षेत्र में काम करने वाले, नेतृत्व करने वाले सभी लोगों के लिए पथदर्शक बनेगी, रास्ता बताते रहेगी, इसका मुझे भरोसा है।"