उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में शनिवार का दिन तनाव, टकराव और अफरातफरी का गवाह बन गया। बरुईपुर गांव उस वक्त रणभूमि में बदल गया जब एक शव को दफनाने को लेकर मुस्लिम और दलित हिन्दू समुदाय आमने-सामने आ गए। मामूली ज़मीन विवाद ने देखते ही देखते सांप्रदायिक तूल पकड़ लिया और दोनों पक्षों में जबरदस्त पथराव शुरू हो गया।
घटना इतनी अचानक हुई कि राहगीरों में भगदड़ मच गई। कई लोग घायल हुए और एक बार को पूरा इलाका दहशत में डूब गया। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मुस्लिम पक्ष के लोग पहले हमला करते हैं।
मऊ में शनिवार (19 अप्रैल 2025) को स्थिति बिगड़ती देख प्रशासन ने तुरंत मोर्चा संभाला। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर शांति बहाल की गई। अधिकारियों ने दोनों पक्षों को बातचीत के लिए राजी किया और निर्णय लिया गया कि 30 अप्रैल को तहसील में बैठकर विवाद का हल निकाला जाएगा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि एक शव के दफन को लेकर ऐसा बवाल दुर्भाग्यपूर्ण है। घटना का वीडियो सामने आने के बाद यह मामला चर्चा का विषय बन गया है। इसमें हिन्दू लोग डंडों, ईंटों और पत्थरों से लैस होकर हिंदुओं पर टूट पड़ते दिखते हैं।
पुलिस की निगरानी में अब माहौल शांत है, लेकिन इस घटना ने यह तो साफ कर दिया है कि धार्मिक भावनाओं से जुड़े मामूली विवाद भी बड़े संघर्ष का रूप ले सकते हैं। प्रशासन के सामने चुनौती है कि 30 अप्रैल से पहले फिर कोई टकराव न हो और दोबारा बरुईपुर की गलियां रणक्षेत्र न बनें।