फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप द्वारा ब्राह्मण समुदाय को लेकर दिए गए कथित आपत्तिजनक बयान के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है। उनके इस बयान को लेकिन विरोध की आग बुझने का नाम नहीं ले रही। शनिवार (19 अप्रैल 2025) को भोपाल में अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के सदस्यों ने अनुराग के बयान पर नाराजगी जताई। एमपी नगर क्षेत्र में स्थित सार्वजनिक शौचालय में कश्यप की तस्वीर लगाकर प्रतीकात्मक पेशाब किया गया। यह घटना 18 अप्रैल 2025 की है।
इसको लेकर ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पुष्पेंद्र मिश्रा ने लोगों से अपील की है कि देशभर में जितने भी शौचालय हैं, वहां अनुराग कश्यप की तस्वीर लगाकर प्रतीकात्मक विरोध दर्ज किया जाए। उन्होंने कहा, “यदि अनुराग कश्यप ने ब्राह्मणों के खिलाफ ऐसा अपमानजनक वक्तव्य दिया है, तो उसे उसका परिणाम भुगतना होगा। यह सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं, समाज की चेतावनी है।”
मिश्रा ने चेतावनी दी कि यदि अनुराग कश्यप की कोई भी फिल्म देश में रिलीज होती है तो ब्राह्मण समाज शांत नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि सिनेमाघरों में पर्दे जलाए जाएंगे और जन आंदोलन शुरू होगा। साथ ही उन्होंने पुलिस आयुक्त से मिलकर एफआईआर दर्ज कराने की बात भी कही। यदि प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की तो राज्यभर में चक्काजाम की योजना है।
फिल्म 'फुले' को लेकर विवाद
बता दें कि, अनुराग कश्यप की आगामी फिल्म ‘फुले’ जो समाज सुधारकों ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित है, पहले से ही विवादों में है। आरोप है कि यह फिल्म जातिगत तनाव को बढ़ावा दे सकती है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म से कुछ दृश्य और संवाद हटाने का आदेश दिया है। अनुराग कश्यप ने सोशल मीडिया पर जातिवाद, सेंसरशिप और राजनीतिक दखल पर निशाना साधते हुए कई टिप्पणियां की थीं। एक पोस्ट में उन्होंने ब्राह्मणों के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था।
क्या है पूरा मामला ?
फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप ने 18 अप्रैल 2025 को सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे बयान दिए, जिससे विवाद गहराता चला गया। उन्होंने अपनी फिल्मों 'पंजाब 95', 'तीस', 'धड़क 2' और आगामी फिल्म 'फुले' का ज़िक्र करते हुए कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि सरकार द्वारा जाति, क्षेत्र और नस्ल के आधार पर बनाई गई नीतियों को उजागर करने वाली कितनी फिल्मों को सेंसर के नाम पर रोका जाएगा।
इसी के साथ अनुराग कश्यप की एक और पोस्ट ने आग में घी डालने का काम किया, जिसमें उन्होंने ब्राह्मण समाज के प्रति आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया। इस बयान को लेकर चारों ओर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं और उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना का सामना करना पड़ा। विवाद बढ़ता देख अनुराग कश्यप ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी के ज़रिए माफी मांगते हुए कहा कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं था।