एयरो इंडिया 2025 से पहले, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बैंगलोर, कर्नाटक में 9 फरवरी 2025 को फिजी के रक्षा और वरिष्ठ नागरिक मामलों के मंत्री पिओ टिकोडुआडुआ से द्विपक्षीय बैठक की। रक्षा मंत्री ने फिजी के रक्षा मंत्री का भारत की पहली यात्रा पर स्वागत किया। दोनों पक्षों ने चल रहे रक्षा सहयोग पर संतोष व्यक्त किया और मौजूदा सहयोग को और गहरा करने तथा विविधीकरण करने पर सहमति व्यक्त की।
दोनों देशों ने 2017 में हस्ताक्षरित रक्षा सहयोग पर समझौते के तहत भारत-फिजी संयुक्त कार्य समूह (Joint Working Group) को औपचारिक रूप से स्थापित करने का निर्णय लिया। इसके साथ ही, समुद्री सुरक्षा, आर्थिक क्षेत्र की सुरक्षा, नौसेना क्षमता निर्माण और यूएन शांति सैनिकों तथा रक्षा नागरिकों के लिए प्रशिक्षण सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई। यह यात्रा फिजी के साथ भारत के बढ़ते संबंधों की दिशा में एक कदम है, जो प्रशांत द्वीप देशों का एक प्रमुख सदस्य है।
दक्षिण सूडान के रक्षा मंत्री से मुलाकात
दूसरी बैठक में, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दक्षिण सूडान के रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल चोल थोन जे बालोक से मुलाकात की। रक्षा मंत्री ने दक्षिण सूडान के मंत्री का एयरो इंडिया 2025 में भाग लेने के लिए धन्यवाद दिया। दोनों पक्षों ने रक्षा सहयोग को प्रभावी रूप से आगे बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर चर्चा शुरू करने और उसे शीघ्रता से कार्यान्वित करने पर सहमति जताई। दक्षिण सूडान ने भारत के संयुक्त राष्ट्र मिशन में योगदान की सराहना की। दोनों देशों ने प्रशिक्षण आदान-प्रदान को बढ़ावा देने, और उद्योग भागीदारी के माध्यम से संबंधों का विस्तार करने पर सहमति जताई।
भारत का रक्षा सहयोग में बढ़ता प्रभाव
इन बैठकों के माध्यम से, भारत की रक्षा नीति और रणनीतिक साझेदारी में फिजी और दक्षिण सूडान जैसे देशों के साथ सहयोग को और मजबूत किया जा रहा है, जो क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा में भारत की भूमिका को बढ़ाते हैं।