महाराष्ट्र की राजनीति से बड़ी खबर सामने आई है, राज्य के मंत्री धनंजय मुंडे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया। इससे पहले, मुंडे की पहली पत्नी करुणा मुंडे ने दावा किया था कि वह सोमवार को बजट सत्र शुरू होने से पहले इस्तीफा दे देंगे और सीएम फडणवीस ने उनसे इस्तीफा मांगा था।
क्या है पूरा मामला?
धनंजय मुंडे का नाम बीड जिले के सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड में जुड़ने के बाद सरकार पर उनके इस्तीफे का दबाव बढ़ गया था। इस मामले में उनकी पत्नी ने भी इस्तीफे को लेकर कई बयान दिए थे। बीमार होने के कारण मुंडे के निजी सहायक प्रशांत जोशी ने मुख्यमंत्री को उनका इस्तीफा सौंपा। यह इस्तीफा तब हुआ जब सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इसके बाद देर रात डिप्टी सीएम अजित पवार के घर देवगिरी पर एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई, जिसमें यह तय किया गया कि मुंडे को मंत्री पद से इस्तीफा देना होगा।
संतोष देशमुख हत्याकांड में करीबी संबंध
संतोष देशमुख हत्या का मुख्य आरोपी वाल्मीकि कराड, मंत्री धनंजय मुंडे का करीबी था, और मुंडे ने सार्वजनिक रूप से कई बार कहा था कि वाल्मीकि कराड उनका बेहद करीबी है। धनंजय मुंडे की पत्नी, करुणा शर्मा मुंडे ने रविवार यानी 02 मार्च को दावा किया था कि वह बजट सत्र से पहले इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि दो दिन पहले अजित पवार ने उनका इस्तीफा ले लिया था, हालांकि, मुंडे ने इस्तीफा देने के लिए तैयार नहीं थे।
मुंडे का विवादों से गहरा नाता
धनंजय मुंडे, जो एनसीपी के अजित पवार के करीबी मंत्री थे, कई विवादों में घिर चुके हैं। मुंडे ने अपने चाचा गोपीनाथ मुंडे के साथ राजनीति में कदम रखा था और उनकी मृत्यु के बाद परली विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ा, जहां उन्होंने पंकजा मुंडे को हराया। इसके अलावा, उन पर कृषि विभाग में 73.36 करोड़ रुपये के गबन का भी आरोप लगा है।
क्या है संतोष देशमुख हत्याकांड
बीड जिले के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या में धनंजय मुंडे का नाम सामने आया था, और एसआईटी द्वारा दाखिल चार्जशीट में उनके करीबी सहयोगी वाल्मीकि कराड को इस हत्या का मुख्य आरोपी बताया गया है। इस मामले के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी नेतृत्व से धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग की थी।