जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में छात्र संघ चुनाव के दौरान एबीवीपी और वाम समर्थित समूहों के बीच शुक्रवार देर रात झड़प हुई. जिसमें दोनों पक्षों ने दावा किया कि उनके कुछ सदस्य घायल हो गए है. घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बता दें कि इस मामले में जेएनयू प्रशासन की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. जेएनयू काउंसलर अनघा प्रदीप ने आरोप लगाया कि एबीवीपी के कार्यकर्ता यूनिवर्सिटी की जनरल बॉडी मीटिंग को आगे नहीं बढ़ने दे रहे थे.
इस दौरान लेफ्ट और राइट छात्र संगठन में जमकर हंगामा हुआ. दोनों ही छात्र संगठन एक दूसरे पर हिंसा करने के आरोप लगा रहे है. बता दें कि कुछ छात्रों को इस दौरान हल्की-फुल्की छोटे भी आई है. लगातार हंगामा होने के बाद छात्रों द्वारा 100 नंबर पर कॉल करके दिल्ली पुलिस को कैंपस में बुलाया गया.
रात 9.30 बजे इस UGBM का आयोजन किया गया था, लेकिन रात 12 बजे तक भी UGBM की शुरुआत करने की सहमति नहीं बन पाई, ऐसे में रात लगभग 12:30 बजे छात्र संघ के बीच में अलग-अलग गुटों के साथ कई बार झड़प हूई. हालांकि दोनों ही तरफ के छात्र संगठन अब अपने-अपने बयानों को लेकर एक दूसरे पर हिंसा के आरोप लगा रहे है.
अभाविप जेएनयू के अध्यक्ष उमेश चंद्र ने बताया कि कल रात सभी संगठनों द्वारा विश्वविद्यालय जनरल बॉडी मीटिंग (यूजीबीएम) की एक बैठक आयोजित की गई, जो कि साबरमती ग्राउंड पर 9:30 बजे आयोजित की गई थी.
वामपंथी समूह द्वारा यह यूजीबीएम 9 फरवरी को इसलिए रखी गई थी, क्योंकि 9 फरवरी को इसी साबरमती मैदान पर इन लोगों ने भारत विरोधी नारे लगाए थे और संसद भवन पर हमले के मास्टरमाइंड और न्यायालय द्वारा फांसी का दंड प्राप्त आतंकी अफजल गुरु की बरसी मनाई थी. वामपंथी संगठन नहीं चाहते थे कि एबीवीपी के कार्यकर्ता इस यूजीबीएम में भाग लें, जिसका कारण यह है कि एबीवीपी शुरूवार से निष्पक्षता और नियमावली के पालन और सभी छात्रों के समान प्रतिनिधित्व की बात कर रहा था.