एनसीसी ग्रुप मुख्यालय नागपुर ने NCC महाराष्ट्र निदेशालय, मुंबई के तत्वावधान में, 24 दिसंबर से 04 जनवरी 2025 तक OTA कंपीटी में 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' (EBSB-II Mah) कैम्प का आयोजन किया। इस कैम्प में महाराष्ट्र निदेशालय के सातों ग्रुप्स और केरल एवं लक्षद्वीप निदेशालय के 600 एनसीसी कैडेट्स ने भाग लिया है।
इस कैम्प का मुख्य उद्देश्य भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करना था। भारत एकता में विविधता का प्रतीक है, जहां विभिन्न संस्कृतियां, जातियां, भाषाएं, परंपराएं और धर्म एक साथ समाहित हैं। यह कैम्प 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की भावना को बढ़ावा देने के साथ-साथ एनसीसी कैडेट्स के बीच एकता और सामूहिकता को बढ़ावा देने का प्रयास था।
कैम्प का उद्घाटन और कैम्प कमांडेंट का संबोधन
कैम्प कमांडेंट ग्रुप कैप्टन खुशाल व्यास, एनसीसी नागपुर ग्रुप कमांडर ने ADG एनसीसी महाराष्ट्र निदेशालय की ओर से सभी कैडेट्स का स्वागत किया। उद्घाटन संबोधन में उन्होंने अनुशासन पर जोर दिया और कैडेट्स से कहा कि वे 'बडी सिस्टम' के अंतर्गत एक-दूसरे के साथ संवाद करें, जिससे आपसी सांस्कृतिक जागरूकता और एकता स्थापित हो सके।
सांस्कृतिक और शारीरिक गतिविधियां
12 दिनों तक चलने वाले इस कैम्प में कई गतिविधियां आयोजित की गईं। कैडेट्स को सैन्य प्रशिक्षण, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भागीदारी, अंतर-निदेशालय और अंतर-ग्रुप प्रतियोगिताओं, नागपुर स्थित एयर मेंटेनेंस कमांड, सोनगांव एयरफोर्स स्टेशन, गार्ड्स रेजिमेंटल सेंटर, कंपीटी, सिताबुलदी किला, दीक्षाभूमि और फुताला व अंबाझरी झील जैसी प्रमुख स्थलों की यात्रा कराई गई।
प्रेरणादायक व्याख्यान
कैम्प में कई प्रमुख व्यक्तित्वों द्वारा प्रेरणादायक व्याख्यान भी दिए गए। इनमें DIG डॉ. हरिओम गांधी, DIG NDRF अकादमी, नागपुर शामिल थे, जिन्होंने कैडेट्स को विभिन्न प्रकार के आपदाओं, आपदा राहत कार्यों, और नारकोटिक्स के उपयोग से होने वाले नकरात्मक प्रभावों के बारे में जागरूक किया। इसके अलावा, विंग कमांडर दीपिका राव और अन्य अधिकारियों ने भी कैडेट्स को प्रेरित किया।
समापन और सांस्कृतिक कार्यक्रम
कैम्प कमांडेंट ने समापन संबोधन में सभी कैडेट्स से 'विविधता में एकता' के प्रतीक बनने की अपील की। 12 दिनों तक चले इस 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' कैम्प का समापन 04 जनवरी 2025 को एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ।