इनपुट- सुमित श्रीवास्तव,लखनऊ
राजधानी लखनऊ में स्मार्ट सिटी के दावे खोखले ही नजर आ रहे हैं क्योंकि लोगों की मूलभूत समस्याओं का ही निवारण करने में नगर निगम फेल हो गया है। बदइंतजामी का हाल तो ऐसा है कि खुले नालो, गड्ढों और गंदगी के बीच हज़ारो परिवार रहने को मजबूर हैं। परेशान लोग सरकारी दफ़्तरों के चक्कर काट काट कर बेहाल हो गए हैं लेकिन निगम के दावे सिर्फ कागजों पर ही सुसज्जित हैं।
दरअसल राजधानी लखनऊ के अर्जुनगंज, एम आई सोसाइटी के पीछे से लिंक रोड जो अमारा फार्म को जोड़ता रास्ता लगभग 1-1.5 किमी लंबा है। इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों की आवाजाही लगभग लाखो की संख्या में है लेकिन यहाँ पर कोई भी अधिकारी व सरकारी महकमे के लोगो को, यहाँ के निवासियों की समस्या को संज्ञान में लेने का समय नहीं है। बता दें यहां आए दिन जलभराव से लोगों का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। यहां के लोगो का कहना है कि शिकायत पत्र के साथ साथ रोड बनाने का एप्लीकेशन भी नगर निगम मुख्यालय और संबंधित अधिकारियों को दिया गया है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।