उत्तर प्रदेश के मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान भगदड़ मच गई, जिससे कई श्रद्धालु घायल हो गए और कुछ लोग दबने भी लगे। यह घटना उस समय हुई जब पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का छठा दिन चल रहा था। घटना के बाद पुलिस ने बचाव कार्य शुरू किया और मौके पर तैनात पुलिसकर्मी स्थिति को नियंत्रित करने में जुटे हैं।
भारी भीड़ के कारण हुआ हादसा
सूत्रों के अनुसार, कथा सुनने के लिए लगभग एक लाख श्रद्धालु मेरठ पहुंचे थे। इसमें महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल थे। कथास्थल पर पहुंचने के बाद बाउंसर्स ने एंट्री गेट पर श्रद्धालुओं को रोक दिया, जिससे भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे और भारी अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान, कुछ वीवीआईपी भी कथा सुनने के लिए पहुंचे थे।
आयोजन स्थल और सुरक्षा व्यवस्था
कथा का आयोजन मेरठ के शताब्दीनगर में श्री केदारेश्वर सेवा समिति द्वारा किया जा रहा है। यह कथा 15 दिसंबर से शुरू हुई थी और इसका समापन कल, 21 दिसंबर को होगा। कथा का समय दोपहर 1 बजे से लेकर 4 बजे तक निर्धारित है। आयोजन के दौरान हर दिन लाखों श्रद्धालु कथा सुनने आते हैं, जिससे भीड़ बहुत ज्यादा हो जाती है।
आयोजकों ने श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग की व्यवस्था की है और आयोजन स्थल के आसपास करीब 1000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा, एसएसपी डॉ. विपिन ताडा की देखरेख में प्रशासन ने हर प्रकार की व्यवस्था की है, जिसमें स्वच्छ जल, भोजन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
प्रशासनिक व्यवस्था और यातायात के बदलाव
आयोजकों ने ड्रोन की मदद से कथा पंडाल और आसपास के इलाकों की निगरानी की है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ट्रैफिक के प्रबंधन के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं और सड़कें डायवर्ट की गई हैं। एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि प्रशासन ने पूरी तरह से सुरक्षा और यातायात व्यवस्था का ध्यान रखा था, बावजूद इसके भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हुई।
यह खबर अभी अपडेट हो रही है, और प्रशासन घटनास्थल पर लगातार निगरानी रखे हुए है।