वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत सीमा पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक अद्वितीय नागरिक-सैन्य ट्रैकिंग अभियान इस सप्ताह अरुणाचल प्रदेश के जेमीथांग के सुरम्य क्षेत्र में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
टीम संरचना: अभियान में 16 सदस्यीय टीम शामिल थी जिसमें भारतीय पर्वतारोहण महासंघ (आईएमएफ) के अनुभवी पर्वतारोही और भारतीय सेना के जवान शामिल थे।
ट्रेक विवरण: प्रतिभागियों ने चार दिनों में पूर्वी हिमालय के माध्यम से 9,000 से 15,000 फीट की ऊंचाई पर नेविगेट करते हुए 40 किलोमीटर की चुनौतीपूर्ण यात्रा की।
भू-भाग: मार्ग में घने जंगल, ऊबड़-खाबड़ इलाके और खड़ी पहाड़ी ढलानें शामिल थीं, जो एक साहसिक और गहन अनुभव प्रदान करती थीं।
उद्देश्य: इस ट्रेक का उद्देश्य सीमा पर्यटन को बढ़ावा देना, नागरिकों और सैन्य कर्मियों के बीच सौहार्द को मजबूत करना और अरुणाचल प्रदेश की लुभावनी सुंदरता को प्रदर्शित करना है।
सेना की भूमिका: भारतीय सेना के जवानों ने प्रतिभागियों की सुरक्षा सुनिश्चित की, विशेषज्ञ मार्गदर्शन की पेशकश की, और आवश्यक उच्च ऊंचाई पर जीवित रहने की तकनीकों को साझा किया।
प्रतिभागी अनुभव: एक नागरिक ट्रैकर, रितेश ने टिप्पणी की, "भारतीय सेना के जवानों के साथ अरुणाचल प्रदेश की अज्ञात सुंदरता का पता लगाना एक जीवन भर का अनुभव था। मैं इस क्षेत्र में भविष्य के अभियानों में भाग लेना पसंद करूंगा।"
भविष्य के निहितार्थ: इस अभियान के सफल समापन से जेमीथांग क्षेत्र में इस तरह की और पहलों को प्रेरणा मिलने की उम्मीद है। ये सहयोग न केवल सशस्त्र बलों और नागरिकों के बीच सहयोग की भावना को बढ़ावा देंगे बल्कि भारत के सीमावर्ती गांवों के रणनीतिक और सांस्कृतिक महत्व को भी उजागर करेंगे।
यह प्रयास दूरदराज के समुदायों को राष्ट्रीय मुख्यधारा में एकीकृत करने, राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने और सीमा पर्यटन की अप्रयुक्त क्षमता को प्रदर्शित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।