प्रयागराज में आज से महाकुंभ की शुरूआत हो चुकी है। संगम तट पर स्नान के लिए सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ लग रही है। सुबह से अभी तक करीब 1 करोड़ लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई है। इस बात की जानकारी खुद DGP प्रशांत कुमार ने दी है। उन्होंने कहा कि, "महाकुंभ 2025 का जो प्रथम स्नान है वो सुबह ब्रह्म मुहूर्त से शुरू हो चुका है और अभी तक लगभग 1 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम क्षेत्र में स्नान किया है।"
अभी तक लगभग 1 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम क्षेत्र में स्नान किया- DGP प्रशांत कुमार
उत्तर प्रदेश के DGP प्रशांत कुमार ने कहा, "महाकुंभ 2025 का जो प्रथम स्नान है वो सुबह ब्रह्म मुहूर्त से शुरू हो चुका है और अभी तक लगभग 1 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम क्षेत्र में स्नान किया है। हमने सभी चीजों की व्यवस्था की। संगम में अभी भी भीड़ जारी है। सभी तकनीकों का उपयोग किया गया है, जिनमें से कई तकनीकें नई है। इन चीजों के कारण आम जनता को काफी सहूलियत मिली है। प्रयागराज क्षेत्र में या पूरे प्रदेश में कहीं भी कोई अप्रिय घटना घटने की सूचना नहीं मिली है। सभी विभागों के समन्वय से कार्रवाई हो रही है. जो मार्ग प्रयागराज की ओर जा रहे हैं वहां पर कोई ट्रैफिक या व्यवधान नहीं हैं।"
प्रयागराज में महाकुंभ का आरंभ, मैं सभी लोगों के मंगल की कामना करता हूं- पीएम मोदी
जम्मू-कश्मीर में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, 'आज का दिन बहुत ही खास है, आज देश के हर कोने में उत्सव का महौल है। आज से ही प्रयागराज में महाकुंभ का आरंभ हो रहा है। करोड़ों लोग वहां स्नान के लिए उमड़ रहे हैं। आज पंजाब समेत पूरा उत्तर भारत लोहड़ी मना रहा है. मैं सभी लोगों के मंगल की कामना करता हूं। साल का समय चिल्लई कलां का होता है, 40 दिनों तक आप इसका डटकर सामना करते हैं। देशभर से सैलानी सोनमर्ग पहुंच हैं। सैलानी आपकी मेहमानवाजी का आनंद ले रहे हैं।'
मैं सभी श्रद्धालुओंसभी महाकुंभ में पवित्र स्नान में भाग लीजिए और पुण्य के भागी बनिए- CM पुष्कर सिंह धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महाकुंभ को लेकर कहा कि, "आस्था और श्रद्धा का महाकुंभ प्रारंभ हो गया है। मैं सभी श्रद्धालुओं, संतों और धर्म प्रेमी भक्तों को बहुत शुभकामनाएं देता हूं। सभी महाकुंभ में पवित्र स्नान में भाग लीजिए और पुण्य के भागी बनिए। मैं सूर्यदेव के उत्तरायण होने पर मकर सक्रांति, लोहड़ी। सभी की शुभकामनाएं देता हूं, सभी के घरों में मगल हो।"