BJP नेता किरीट सोमैया ने अमरावती जिले के अंजनगांव सुर्जी तहसील कार्यालय में तहसीलदार पुष्पा सोलंके के साथ बैठक की। इस दौरान सोमैया ने अंजनगांव सुर्जी में लगभग 1100 रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों को फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी करने का गंभीर दावा किया।
उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र में बांग्लादेश से आए 2200 करोड़ रुपये में से 319 करोड़ रुपये रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों के फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने में खर्च किए गए। सोमैया ने यह भी दावा किया कि अंजनगांव के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने इस मामले को उनके ध्यान में लाया, जिसके बाद जांच की मांग उठी।
बात दें कि, अंजनगांव सुर्जी नगर परिषद की कुल जनसंख्या 60,000 है, जिसमें 20,000 मुस्लिम हैं। यहां 1,400 लोगों के जन्म प्रमाणपत्रों के लिए आवेदन किए गए, जिनमें से 98% प्रमाणपत्र बांग्लादेशी नागरिकों को जारी किए गए होने का आरोप है। सोमैया ने कहा कि चुनाव आचार संहिता के दौरान इन प्रमाणपत्रों का दुरुपयोग किया गया।
सोमैया ने यह भी ऐलान किया कि इस मामले में संलिप्त सभी लोगों की जांच होगी और यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो इन फर्जी प्रमाणपत्रों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी रोहिंग्या को बसों में भरकर वापस बांग्लादेश भेजा जाएगा। यह मामला अंजनगांव सुर्जी में बड़ी राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया है और तहसील प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की प्रक्रिया जल्द शुरू होने की उम्मीद है।