महाराष्ट्र के जलगांव जिले में कल यानी रविवार को महाकुंभ यात्रा के लिए जा रही ताप्तीगंगा एक्सप्रेस पर कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने पत्थर फेंक दिए। यह घटना उस समय हुई जब ताप्तीगंगा एक्सप्रेस सूरत से प्रयागराज जा रही थी। ट्रेन जलगांव स्टेशन से रवाना हो रही थी और यह घटना लगभग 3:20 बजे हुई।
यात्रियों द्वारा वीडियो रिकॉर्ड
घटना के बाद ट्रेन के यात्रियों ने टूटे हुए खिड़की के कांच की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए। इन वीडियो में खिड़की के कांच के टूटने के दृश्य और यात्रियों का डर दिख रहा था। हालांकि, इस हमले में कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ। यात्रियों ने तत्परता से वीडियो बनाकर मामले की जानकारी संबंधित अधिकारियों को दी।
पत्थरबाजी की जानकारी
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, एक व्यक्ति ने कोच B-6 की खिड़की पर पत्थर फेंका, जिससे बर्थ 33 से 39 तक का कांच टूट गया। AC कोच में बैठी यात्रियों ने इस घटना के बाद शोर मचाते हुए तुरंत वीडियो रिकॉर्ड किए और इसे अधिकारियों को सूचित किया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में एक यात्री ने पत्थरबाजी से हुए नुकसान को दिखाते हुए रेलवे अधिकारियों से बेहतर सुरक्षा व्यवस्था की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से यात्रियों में डर और असुरक्षा की भावना पैदा होती है।
जांच की शुरुआत
इस घटना के बाद जलगांव रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) ने मामले की जांच शुरू कर दी है। रेलवे अधिकारियों ने कहा है कि हमलावर की पहचान कर ली गई है, जो हमले के बाद मौके से फरार हो गया। इस घटना के बाद अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों और महाकुंभ के श्रद्धालुओं को सुरक्षित यात्रा मिल सके।
RPF निरीक्षक का बयान
RPF निरीक्षक ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा, "इस घटना को पत्थरबाजी के रूप में नहीं देखना चाहिए। ट्रेन नंबर 19045 डाउन सूरत-छपरा एक्सप्रेस 2:02 PM पर प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर आई थी। ट्रेन 2:17 PM को प्लेटफॉर्म से रवाना होने के बाद लगभग 16-17 कोच आगे बढ़ी, उसी समय किसी व्यक्ति ने बाईं ओर से पत्थर फेंका और ट्रेन की खिड़की पर वार किया।"
ताप्तीगंगा एक्सप्रेस की यह घटना महाकुंभ यात्रा से जुड़े श्रद्धालुओं के लिए चिंता का विषय है, लेकिन राहत की बात यह है कि इस हमले में कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ। रेलवे सुरक्षा बल द्वारा मामले की जांच की जा रही है और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा कड़े किए जा रहे हैं।