दिल्ली के नारायणा में दो हिंदू भाइयों की जिहादियों द्वारा निर्मम हत्या के बाद पूर्व CM केजरीवाल स्वजनों से मिलने उनके घर पहुंचे। जिस नारायणा की खबर पर सीजनल तक में सन्नाटा हो उसे सुदर्शन न्यूज ने प्रमुखता से उठाया, जिसके बाद सोमवार को आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मृतकों के परिजन से मिलने पहुँचे। सूत्रों के अनुसार भाजपा सांसद भी परिवार से मिलने जा सकते है।
इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, "अभी यहाँ परसों एक युवक का मर्डर कर दिया गया शाम को। बड़े दुख की बात ये है की उसी युवक के छोटे का छह महीने पहले 22 मई को मर्डर हुआ था। जब छोटे का मर्डर किया था तो इनके परिवार ने लिख के दिया था पुलिस को कि, इन लोगों से हमें पूरे परिवार को खतरा है। हमें सुरक्षा दी जाए और इन लोगों से हमें बचाया जाए। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। और परसों इसके बड़े भाई का भी भी मर्डर हो गया।"
उन्होंने आगे कहा कि, "ये बेहद दुख की बात है कि यहाँ चल क्या रहा है। यहाँ जब मैं इनसे मिलने के लिए गया तो वहां पर कई लोकल लोग मौजूद थे, उन्होंने बताया की पूरा नारायणा एरिया जानता है कि ये 5-7 लड़के हैं जिन्होंने पूरे इलाके के अंदर गदर मचा कर रखा हुआ है, सबको परेशान करते हैं। लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर रही है। एक मर्डर के बाद जब पुलिस को लिख कर दिया गया कि आप हमारी रक्षा कीजिए... तो पुलिस ने क्यों नहीं की? कल जिस शख्स का मर्डर हुआ कल उसके परिवार के लोग दुख और दहशत की वजह से प्रोटेस्ट करने के लिए लाश लेकर बैठे हुए थे, तो पुलिस ने उनके परिवार के ऊपर डंडे बरसाएँ। ये किस किस्म का प्रशासन और कानून व्यवस्था है?"
हिंदू विहीन होती दिल्ली
बता दें कि नारायणा में दो हिंदू भाइयों की जिहादियों द्वारा निर्मम हत्या कर दी गई। लेकिन दिल्ली पुलिस अभी तक अपराधियों को नहीं पकड़ पायी, वहीं सुदर्शन न्यूज़ को पीड़ित परिवार से बात तक नहीं करने दे रही है। इन दोनों भाइयों का सिर्फ़ ये क़सूर था कि ये एक हिंदू लड़की को लव जिहाद से बचा रहे थे।
पहले जिहादियों ने दो सगे भाइयों की चाकुओं से गोद कर निर्मम हत्या कर दी गई। और दिल्ली की नारायणा थाने की पुलिस ने पीड़ित परिवार पर ही लाठी चार्ज की, महिलाओं तक को भी नहीं बख्शा गया। सुदर्शन न्यूज की खबर का ही असर है कि उस परिवार से आज अरविंद केजरीवाल मिले है। लेकिन अरविंद केजरीवाल से सवाल ये है कि, दिल्ली के अंदर बांग्लादेशी, रोहिंग्या और जिहादियों का आतंक है... क्या वे इनके ख़िलाफ़ भी बोलेंगे?