शपथ! बच्चों की तरह पौधों की परवरिश हमारा संवैधानिक दायित्व...ज्योति बाबा बच्चों की तरह पौधों की परवरिश को बनाएं धर्म...ज्योति बाबा
बच्चों की तरह पौधों की परवरिश भी हमारा नैतिक,धार्मिक व संवैधानिक दायित्व है धरती पर जितनी ज्यादा हरियाली की चादर होगी, मानव उतना ही खुशहाल व धन-धान्य से परिपूर्ण होते हुए स्वस्थ जीवनयापन करेगा
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