भारत के युवा क्रिकेटर नितीश कुमार रेड्डी ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपना टेस्ट डेब्यू किया था। इस सीरीज के दौरान उन्होंने शानदार प्रदर्शन दिया था। रेड्डी ने अपने करियर का पहला शतक भी लगाया था। उनके इस शानदार प्रदर्शन को लेकर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने रेड्डी से मुलाकात की है। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने नितीश रेड्डी को 25 लाख रूपए का चेक देकर सम्मानित किया है। इस दौरान रेड्डी के साथ उनके पिता मुत्याला रेड्डी भी मौजूद रहे थे। इस बात की जानकारी खुद मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दी है।
सीएम नायडू ने की नितीश की सराहना
दरअसल, मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर नितीश रेड्डी की जमकर तारीफ की।उन्होंने पोस्ट शेयर कर लिखा कि, "मुझे बेहद प्रतिभाशाली युवा क्रिकेटर नितीश रेड्डी से मिलने का अवसर मिला। नितीश तेलुगू समाज के उभरते हुए सितारे हैं जो वैश्विक स्तर पर देश का नाम रोशन कर रहे हैं। मैं उन माता-पिता का सम्मान करता हूं जिन्होंने नितीश को यहां तक पहुंचाने के लिए बहुत त्याग किए हैं। मैं कामना करता हूं कि नितीश आने वाले समय में खूब सारे शतक लगाएं और खूब सफलता प्राप्त करें।"
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक प्रदर्शन
नितीश रेड्डी ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत के लिए दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज के रूप में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में 298 रन बनाए, साथ ही गेंदबाजी में 5 विकेट भी हासिल किए। उनकी इस शानदार उपलब्धि ने उन्हें क्रिकेट जगत में एक नई पहचान दिलाई।
बता दें कि, नितीश का सबसे शानदार प्रदर्शन मेलबर्न टेस्ट में देखने को मिला, जहां उन्होंने 114 रनों की बेहतरीन पारी खेली। इस पारी की बदौलत भारतीय टीम फॉलो ऑन से बचने में सफल रही। नितीश के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन को उनके पिता मुत्याला रेड्डी ने अपनी आंखों से देखा, और इस मौके पर उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े।
तिरुपति में की भगवान के दर्शन
नितीश ने सीएम नायडू से मिलने से कुछ दिन पहले तिरुपति के दर्शन भी किए थे। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें वे घुटनों के बल सीढ़ियां चढ़ते हुए नजर आ रहे थे। यह दृश्य नितीश के धार्मिक आस्था को दर्शाता है।