उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के नगर कोतवाली में कांग्रेस सांसद राकेश राठौर के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है। महिला का आरोप है कि सांसद पिछले चार वर्षों से शादी करने और राजनीति में करियर बनाने का झांसा देकर उनके साथ शारीरिक संबंध बनाते रहे। पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है और पीड़िता द्वारा दिए गए साक्ष्यों की पुष्टि कर रही है।
पीड़िता का कहना है कि वर्ष 2018 में जब राकेश राठौर विधायक थे, तब उनकी मुलाकात हुई थी। राठौर ने उन्हें राजनीति में करियर बनाने का वादा किया और कुछ दिनों बाद महिला को एक जातीय संगठन का महिला अध्यक्ष बनाकर अपनी करीबी बढ़ाई। इस दौरान महिला को राठौर से लगातार समर्थन और मदद का वादा मिलता रहा।
दुष्कर्म और शारीरिक शोषण के आरोप
महिला का आरोप है कि वर्ष 2020 में राकेश राठौर ने उसे अपने घर बुलाकर दुष्कर्म किया। विरोध करने पर उन्होंने महिला से शादी करने का भरोसा दिया और फिर उसे शारीरिक रूप से शोषित किया। सांसद बनने के बाद, 24 अगस्त 2024 को भी राठौर ने महिला को अपने घर बुलाकर आपत्तिजनक कागजों पर हस्ताक्षर कराए और धमकी दी कि अगर विरोध किया तो वह उसे बदनाम कर देंगे।
पीड़िता का कहना है कि राठौर ने उसे जान-माल का नुकसान करने की धमकी भी दी और लोकलाज के डर से वह चुप रही। बावजूद इसके सांसद ने उनका शोषण किया, जिसके बाद पीड़िता ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई और साक्ष्य भी पेश किए। पुलिस ने मामले की पुष्टि के बाद मुकदमा दर्ज किया और पीड़िता का मेडिकल करवाया।
मुकदमा दर्ज होने के बाद राकेश राठौर ने सभी फोन बंद कर दिए। हालांकि, उनके कार्यालय ने फेसबुक पर एक पोस्ट डाली, जिसमें इन आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया गया। पोस्ट में कहा गया कि सांसद की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए यह सब किया जा रहा है और क्षेत्रवासियों से संयम बनाए रखने की अपील की गई है।