जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में रविवार को संदिग्ध आतंकवादियों ने एक गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया, जिसमें 45 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता गुलाम रसूल मगरे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। यह घटना शनिवार रात कंडी खास क्षेत्र में घटी, जब आतंकवादियों ने गुलाम रसूल के घर पर गोलीबारी की। फिलहाल, यह जानकारी सामने नहीं आई है कि आतंकियों ने सोशल एक्टिविस्ट को क्यों निशाना बनाया।
मंगलवार 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें दो विदेशी पर्यटक भी शामिल थे। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। वीजा रद्द करने के साथ-साथ कई आतंकवादियों के घरों को ध्वस्त किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पहलगाम हमले के मद्देनजर कश्मीर में आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई को तेज किया गया है।
कश्मीर में आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि पिछले 48 घंटों में 6 आतंकियों के घरों को ध्वस्त किया गया है। इन घरों में पुलवामा के अहसान उल हक, शोपियां से लश्कर-ए-तैयबा के वरिष्ठ कमांडर शाहिद अहमद कुट्टय और कुलगाम के जाकिर अहमद गनी जैसे प्रमुख आतंकी शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है।
अधिकारियों ने कुपवाड़ा के कालारूस इलाके में भी आतंकवादियों के घरों पर कार्रवाई की जानकारी दी। इसके साथ ही, भारतीय सेना पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है और पाकिस्तान की ओर से होने वाले हमलों का जवाब दिया जा रहा है। भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा की जा रही इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख बेहद कठोर रहेगा।