सरकारी नौकरियां ऐसे चरमपंथी तत्वों से बची रहें और सरकारी कर्मी सिर्फ देश की भलाई के बारे में बिना जातिगत अथवा मजहबी भावना से सोचे , इस दिशा में सुदर्शन न्यूज़ ने अभियान छेड़ा था जिसके खिलाफ अचानक ही तमाम वामपंथी और कट्टरपंथी तत्व एक हो गये और उन्होंने हाईकोर्ट , सुप्रीम कोर्ट और सरकार के मंत्रालय तक कोहराम मचा डाला और ये साबित करने का प्रयास किया कि सुदर्शन न्यूज़ पर सही नहीं कहा जा रहा है.
NDTV से ले कर न्यूज़ लांड्री तक खुल कर मैदान में आ गये और कुछ ऐसे तत्व भी शामिल हो गये इस कृत्य में जिन्होंने उन कम्पनियों तक को टारगेट करना शुरू कर दिया जो सुदर्शन न्यूज़ को विज्ञापन दे रही हैं. इसी बीच में कुछ कट्टर मजहबी तत्व सुदर्शन प्रांगण में घुसने की कोशिश करते भी दिख गये. लेकिन तमाम घाव और आघात के बाद भी हम सत्य की राह पर अड़े रहे और आखिरकार सत्य सामने स्वयं आने लगा है.
ध्यान देने योग्य है कि उत्तर प्रदेश के एक बड़े अधिकारी ने उत्तर प्रदेश के दर्जा प्राप्त मंत्री को खुली धमकी दे डाली है जिसमें उनका हाल कमलेश तिवारी जैसा कर डालने का एलान किया गया है. ध्यान देने योग्य है कि हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की निर्मम हत्या जिहादियो ने उनके घर में घुस के कर डाली थी और बाद में उस कृत्य में कई अन्य तत्व भी समर्थक के रूप में सामने आये थे.
मिल रही जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की योगी सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री राजेश्वर सिंह को जान से मारने की धमकी मिली है। ये धमकी किसी और ने नहीं, बल्कि बड़े पद पर बैठे सहायक भंडारण अधिकारी द्वार दी गई है। जिसके बाद दर्जा प्राप्त मंत्री राजेश्वर सिंह की तरफ से बख्शी का तालाब थाने में सहायक भंडारण अधिकारी शकील अहमद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
विदित हो कि दर्जा प्राप्त मंत्री राजेश्वर सिंह की मानें तो उन्हें बीज भंडार की जिम्मेदारी मिली है, तब से वो लगातार बीज भंडार केंद्रों का निरीक्षण कर रहे है। बताया कि वो 19 सितंबर को बीकेटी इलाके में स्थित बीज निगम के गोदाम का निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहां 23 साल से तैनात सहायक भंडार अधिकारी शकील अहमद मौके पर मौजूद नहीं थे। इसके बाद परियोजना अधिकारी एके राव ने शकील अहमद से करीब 8 बार बात की और उन्हें मौके पर पहुंचने को कहा गया।
करीब ढाई घंटे तक मैं मौके पर था। इस बीच शकील अहमद लगातार बहाने बनाते रहे। वह कभी बताते कि मैं ऑफिस में हूं फिर कहते हैं कि रास्ते में हूं, फिर कहा कि गाड़ी पंचर हो गई है। राजेश्वर सिंह ने आगे कहा, 'जब पीओ ने अंतिम बार कॉल किया तो बात मुझसे कराई गई। इसी बातचीत के दौरान शकील अहमद ने बिना कुछ सोचे समझे अनायास गाली देने का क्रम चालू कर दिया और धमकी देते हुए कहा कि तुम्हारी स्थिति भी वही होगी जो हिंदू नेता कमलेश तिवारी की हुई थी।
अपनी धमकी आगे जारी रखते हुए अधिकारी से अचानक ही नये रूप में आ गया शकील बोला कि हम लोग तुमको बख्शेंगे नहीं। इस तरीके के अनर्गल प्रलाप उसके द्वारा किया गया और गंदे लहजे का भी प्रयोग उसने किया। उसने कहा मैं गोदाम खोलने नहीं आऊंगा, तुम्हें जो करना हो वो कर लो। चाहे जिससे शिकायत कर लो। कमलेश तिवारी की तरह अंजाम भुगतने के लिए तुम भी तैयार रहो।'
इसके उपरांत दर्जा प्राप्त मंत्री ने लखनऊ के बीकेटी थाना में सहायक भंडारण अधिकारी शकील अहमद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 504, 506 और 507 के तहत शकील अहमद के खिलाफ धमकी देने के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। तो वहीं, दर्जा प्राप्त मंत्री ने कहा, अभी तक के निरीक्षण में बीज भंडार में 55 करोड़ का घोटाला सामने आ चुका है। इसकी सारी फाइल मुख्यमंत्री को भेज दी गई है और मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश भी दिए हैं। वहीं उसमें से दो लोगों को निलंबित भी किया जा चुका है और 5 लोगों के जेल जाने की प्रक्रिया तैयार हो रही है।