शायद अब किसी को शक न हो कि ये सच में एक अन्तराष्ट्रीय साजिश रची गई है जहाँ सच को झूठ और झूठ को सच के रूप में दिखाने एक लिए एक पूरी लॉबी लगाई गई है.. विशेष कर वामपंथी तत्व किसानो के इस अभियान में जिस प्रकार से अपने विभिन्न माध्यमो से घुसपैठ किये वो किसान हित के आन्दोलन को आज का विकृत स्वरुप देने में सबसे बड़ी भूमिका निभाया है.
ज्ञात हो कि मियां खलीफा के आते ही उनके भारत में हुए विरोध की भरपाई करने के लिए मियाँ खलीफा के समर्थको और उनकी सोच को आगे बढाने वालो ने मियां खलीफा के विरोधियो को अपने झूठ और कुतर्को के माध्यम से निशाना बनाना शुरू कर दिया है और इसमें एक नाम निकल कर आया है BOOM LIVE .
सुदर्शन न्यूज़ द्वारा एक विडियो 4 फरवरी 2021 को ट्विट किया गया जिसमे हेडलाइन दी गई कि "बड़े धैर्य के साथ देख रहा है देश".. इस विडियो में किसी समय आदि का जिक्र नहीं किया गया और ये बताया गया कि देश के धैर्य की सीमा कहाँ तक है और वो कब से उन्माद का ये रूप झेल रहा है.
इस विडियो में शत प्रतिशत सत्यता थी जो वर्ष 2019 में हुई एक घटना को उद्घृत कर रही थी. सुदर्शन न्यूज़ द्वारा ये बताने का प्रयास किया गया कि दिल्ली पुलिस पर हुआ हमला पहली घटना नहीं है और देश को इस प्रकार की सोच वालों के हमले पहले भी झेलने पड़े हैं. इसीलिए हेडलाइन में धैर्य शब्द का प्रयोग किया गया.
लेकिन अचानक ही मियाँ खलीफा के भारत में हुए विरोध से खिन्न वामपंथी फैक्ट चेकर BOOM LIVE ने इस मामले में इंट्री की और सुदर्शन न्यूज़ के ट्विट पर FAKE की मुहर लगा कर अपना वामपंथी एजेंडा सेट कर लिया.. संभवतः FAKE के बजाय OLD लिखने पर खबर सत्यता के आस पास पाई जाती लेकिन FAKE लिखने पर उसको ये विश्वास जरूर रहा होगा कि उसकी सोच वाले मियाँ खलीफा समर्थक उसका साथ देंगे.
हैरानी की बात ये है कि इस वामपंथी फैक्ट चेकर ने ये स्वयं स्वीकार किया है कि ऐसी घटना सच में वर्ष 2019 में हुई है लेकिन उसके बाद भी बड़ी सी FAKE की मुहर लगाने के पीछे इस फैक्ट चेकर का वही वामपंथी एजेंडा है जो इस किसान आन्दोलन को अज के विकृत रूप में पहुचाने का जिम्मेदार रहा है.
फिलहाल देखिये सुदर्शन न्यूज़ का ट्विट और सच को स्वीकार करने के बाद भी BOOM की वामपंथी FAKE मुहर..